
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और सूरजपुर जिले के 250 से ज्यादा परिवारों की एक बार फिर से खुशियां लौट आई हैं. पुलिस ने इन लोगों के गुम हुए मोबाइल फोन को ढूंढ निकाला और इस खास दिन पर वापस लौटाया है. इन सभी मोबाइल की कीमत 60 लाख रुपये से ज्यादा है.
धनतेरस के दिन जहां चारों ओर खरीदारी और उत्सव का माहौल रहा, वहीं सूरजपुर और दंतेवाड़ा पुलिस विभाग ने आम लोगों को एक अलग ही खुशी दी.सूरजपुर एसपी की पहल पर कुल 154 लोगों को लगभग 40 लाख रुपए का खोया हुआ मोबाइल फोन वापस लौटाया.एसपी ने लोगों को मोबाइल सौंपते हुए कहा कि आम लोगों की छोटी-छोटी खुशियों का ध्यान रखना ही पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है.
उन्होंने बताया कि सूरजपुर पुलिस द्वारा पिछले कुछ महीनों में गुमशुदा मोबाइल की लगातार ट्रेसिंग की जा रही थी, जिसका परिणाम आज धनतेरस के शुभ दिन देखने को मिला. मोबाइल वापस पाने वालों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी.
दंतेवाड़ा के 107 लोगों के मोबाइल लौटाए गए
इसी तरह दंतेवाड़ा के 107 लोगों के गुम हुए मोबाईल को CEIR पोर्टल के माध्यम से तलाश कर ‘‘इया आपलो सामान निया'' कार्यक्रम के द्वारा वापस किया गया. मोबाइल की अनुमानित कीमत लगभग 22,00,000 रुपये है. दन्तेवाड़ा पुलिस ने आम नागरिकों की सुगमता के लिए सायबर हेल्पलाईन नम्बर 9479151665 जारी किया है एवं भारत सरकार द्वारा जारी 1930 हेल्पलाइन नंबर एवं cybercrime@gov.in में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. सायबर हेल्पलाइन दंतेवाड़ा के नाम से वाट्सऐप अकाउंट भी बनाया गया है, जिसमें आम नागरिक अपने शिकायत वाट्सऐप के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं. पुलिस अफसरों ने बताया कि सायबर अपराध होने की स्थिति में 24X7 सायबर हेल्पलाईन दन्तेवाड़ा 9479151665 एवं क्यूआर कोड को स्कैन कर घर बैठे सम्पर्क कर अपने साथ हुए किसी भी तरह के सायबर अपराध की शिकायत दर्ज करने हेतु सम्पर्क कर सकते हैं ताकि उनकी शिकायत सीधे सायबर पोर्टल में दर्ज कर दी जाए.
साथ ही अननोन कॉल, संदिग्ध व्हाटसप कॉल, मैसेज, लिंक या आपके बैंक अकाउंट या सोशल मीडिया अकाउंट पर किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि होने पर साइबर हेल्पलाईन दन्तेवाड़ा 9479151665 से सम्पर्क कर शिकायत कर सकते हैं.
मोबाइल पाकर खुश हुए लोग
मोबाइल पाने वाले लोगों ने बताया कि उनके मोबाइल में जरूरी डॉक्यूमेंट्स, फोटोज़ और निजी जानकारियां थीं. जिनके खो जाने से वे काफी परेशान थे, लेकिन पुलिस की मेहनत और सतर्कता से अब उन्हें राहत मिली है. धनतेरस जैसे शुभ दिन पर पुलिस की इस पहल ने न सिर्फ लोगों को उनका जरूरी सामान लौटाया, बल्कि आम जनता के बीच विश्वास और भरोसे की भी जीत हुई.
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