
Action On Cyber Fraud : छत्तीसगढ़ के बेमेतरा सिटी कोतवाली पुलिस को भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे समन्वय पोर्टल के माध्यम से जानकारी मिला की जिले में साइबर ठगी करने वाले ठग सक्रिय हैं. जिले के लोगों से किराए में बैंक खाता लेकर उसमें लाखों का लेन देन कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने जिला मुख्यालय के दो बैंक, पंजाब नेशनल व इंडियन ओवरसीज बैंक के साथ ही देवरबीजा के महाराष्ट्र बैंक के संदिग्ध खातों की जानकारी मिली, ग्रामीणों के द्वारा खुलवाए गए खातों में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. इसके बाद साइबर ठगी के मामले की परतें खुलने लगी.
कई बैंक खाते से 2 लाख रुपये, किसी से 10, 15, 17 लाख और अधिकतम 77 लाख रुपये तक के ट्रांजक्शन हुए हैं, इसके बाद पुलिस ने सिटी कोतवाली में तीन खातेदारों के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके पुलिस ने इस मामले की तुरंत जांच शुरू कर दी.
इन-इन बैंको के खातेधारक गिरफ्तार
पुलिस ने देवरबीजा के महाराष्ट्र बैंक के 6 खातेदार और पंजाब नेशनल बैंक के भी 10 खाता धारों को गिरफ्तार किया, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए खातेदारों ने बताया कि उन्हें व्हाट्सएप में के माध्यम से खाता खुलवाने के बदले 4500 रुपये मिलने की बात कही, पैसे के लालच में एक दूसरे को इसी तरह से चेन बना कर खाता खुलवाए.
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लेन-देन को लेकर इनको नहीं थी कोई खबर
खाता खुलवाने के लिए सबसे पहले अपने नाम से सिम खरीदा. इसके बाद साइबर ठग उनके सिम, बैंक खाता व एटीएम को अपने पास रख लिए और उन्हें महज 4500 रुपए दिए, खाते में लाखों रुपए का ट्रांजक्शन करते रहे, गिरफ्तार किए गए खाताधारकों का कहना है कि उनके खाते में कितने की लेनदेन होती रही, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. पुलिस ने जब उन्हें बुलाया और वह बैंक गए तब उन्हें लाखों रुपए के ट्रांजक्शन की जानकारी मिली. पुलिस ने सभी 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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