केरल के पलक्कड़ जिले में छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल के साथ हुई हिंसक घटना पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गहरा शोक और संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी निर्दोष नागरिक के साथ इस तरह की हिंसा सभ्य समाज के मूल्यों के खिलाफ है और यह घटना अत्यंत पीड़ादायक है.
पीड़ित परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता
छत्तीसगढ़ सरकार ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. साथ ही मृतक के परिजनों को तत्काल केरल भेजने की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर रामनारायण बघेल का पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक उनके गृह ग्राम करही, तहसील हसौद, जिला सक्ती लाने के सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. पार्थिव शरीर को हवाई जहाज से छत्तीसगढ़ लाया जाएगा.
केरल सरकार से कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री साय ने केरल सरकार से इस मामले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम जरूरी हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और न्याय के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस कठिन समय में पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार 17 दिसंबर की शाम, केरल के वलयार थाना क्षेत्र के अट्टापल्लम इलाके में काम की तलाश में निकले छत्तीसगढ़ के एक युवा प्रवासी मज़दूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. कथित तौर पर चोरी की शक में भीड़ ने युवक को बंगलादेशी कहकर पीटती रही. जिसके बाद युवक की मौत हो गई. इस पूरी घटना का 31 सकेंड का वीडियो भी सामने आया है.
पुलिस के मुताबिक रामनारायण के पास से चोरी से जुड़ा कोई भी सामान बरामद नहीं हुआ. वीडियो सामने आने के बाद युवक की पहचान सक्ती ज़िले के करही गांव का रहने वाला 31 वर्षीय रामनारायण बघेल के रूप में हुई.
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