Sukma News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियो दिवस (Puls Polio Day) के दिन बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह आइस बैग का पानी पिलाने का मामला प्रकाश में आया है. सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने के बाद सुकमा (Sukma) जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
मामला प्रकाश में आने के बाद कोंटा बीएमओ, इलाके की मेडिकल सुपरवाइजर और आईसीडीएस की सेक्टर सुपरवाइजर की टीम मौके के लिए रवाना किया गया है. इधर, स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि एल्मा गुंड गांव में मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम को भेजा गया था. उन्होंने 40 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई, उसकी फोटो भी उनके पास है. इसके साथ ही उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह पानी पिलाने की घटना को शरारती तत्वों की कारस्तानी करार दिया.
विभाग ने आरोपों को नकारा
सुकमा सीएमएचओ डॉक्टर महेश शंडिया ने बताया कि एल्मा गुंड गांव में रविवार दोपहर तक करीब 40 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई थी. सबूत के तौर पर पोलियो पिलाते हुए तस्वीरें विभाग के पास उपलब्ध है. उन्होंने वायरल मामले को खारिज करते हुए कहा कि पोलियो ड्रॉप की जगह पानी पिलाने की तस्वीरें कुछ सामाजिक तत्वों द्वारा विभाग की छवि को धूमिल करने की नियत से वायरल किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. कोंटा बीएमओ की अध्यक्षता में टीम एल्मा गुंडा गांव के लिए रवाना किया गया है. संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों से पूछताछ की जाएगी.
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जिले में 36 हजार बच्चों को पिलाई गई पोलियो की खुराक
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर दीपेश चंद्राकर ने बताया कि पूरे जिले में रविवार को पल्स पोलियो दिवस के अवसर पर 36306 बच्चों को पोलियो के ड्रॉप पिलाई गई है. जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है. पोलियो दिवस से तीन दिन पूर्व सभी को बाकायदा उचित प्रशिक्षण भी दिया गया था.
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