CG News : छत्तीसगढ़ में ईडी (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय की अलग-अलग टीमों ने शुक्रवार तड़के फिर से छापेमारी (ED Raid) की है. इस बार दुर्ग, महासमुंद, रायपुर और कोरबा के राइस मिल के मालिकों (Rice Mill Owners) को निशाना बनाया गया. ईडी की टीम ने 4 शहरों में लगभग 20 ठिकानों पर कार्रवाई की है. इस जांच की आंच राइस मिलर्स एसोसिएशन (Rice Mills Owners Association) के अध्यक्ष कैलाश रुंगटा के साथ-साथ बीजेपी नेता (BJP Leader) तक भी पहुंची. बता दें कि चावल (Rice Scam) की अफरातफरी करने के मामले में राज्य सरकार का नागरिक आपूर्ति निगम (PDS Scam) पहले से ही सवालों के घेरे में है. वहीं जांच एजेंसियों को राइस मिलर्स की मिलीभगत से इसे अंजाम देने के इनपुट मिले थे. इसके आधार पर ईडी ने पहले भी कई राइस मिलर्स के दफ्तरों और निवास पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज हासिल किए थे. दस्तावेजों को खंगालने पर कई और नाम सामने आए है, उसके बाद एक बार फिर छापामार कार्रवाई की गई है.
इनके यहां पहुंची ED टीम
रायपुर और दुर्ग में 2 तो कोरबा में एक राइस मिल कारोबारियों के यहां ईडी ने छापेमारी की है. इसमें रायपुर के तिल्दा में अमित चावल उद्योग, तिरुपति राइस मिल के ठिकानों पर टीम पहुंची. वहीं दुर्ग में छत्तीसगढ़ राइस मिलर एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा और कमल अग्रवाल किशोर सोल्टेज के मालिक के यहां टीम पहुंची.
महासमुंद में पारस चोपड़ा के यहां दूसरी बार कार्रवाई
महासमुंद में राइस मिलर पारस चोपड़ा के मिल स्थित दफ्तर और निवास पर भी ईडी ने छापेमारी की है. ईडी यहां पहले भी कार्रवाई कर चुकी है, तब 3 दिनों तक वहां दस्तावेज खंगाले गए थे. अब एक बार फिर छापेमारी की गई है.
सरकारी गवाह बनाने का खेल : प्रमोद तिवारी
कोरबा के बीजेपी नेता के यहां छापेमारी पर वरिष्ठ कांग्रेसी और राज्यसभा के उप नेता प्रतिपक्ष प्रमोद तिवारी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता के यहां केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई में भी उनकी कोई चाल होगी. आजकल सरकारी गवाह बनने का जमाना है.
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