Free Breakfast for Students: नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत कोरबा (Korba) जिले में प्राथमिक और मीडिल स्कूल के बच्चों को स्कूलों में मध्यान्ह भोजन (Mid Day Meal) से पहले पौष्टिक नाश्ता भी मिलेगा. उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन (Lakhan Lal Devangan) के निर्देश में जिला प्रशासन द्वारा स्कूली बच्चों को नाश्ता उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है. इसकी शुरूआत जिले के कोरबा और पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के स्कूलों से होगी, जिसका विस्तार निकट भविष्य में जिले के शेष विकासखंडों में होगा. मंत्री देवांगन शनिवार को कोरबा जिले में संपूर्णता अभियान का विधिवत शुभारंभ किया और कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली.
सभी स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने का लक्ष्य- लखन लाल देवांगन
कोरबा में चल रहे कार्यों का जायजा लेने पहुंचे लखन लाल देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में विद्यार्थियों को अध्ययन-अध्यापन की प्रभावी व्यवस्था के साथ ही उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है. सरकार का लक्ष्य सभी सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाना. स्कूली बच्चों के नाश्ता दिए जाने की यह व्यवस्था इसी प्रयास की एक कड़ी है.
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत नई व्यवस्था
मंत्री लखन लाल ने कहा कि कोरबा श्रम नगरी है. यहां के लोग काम के लिए सुबह से निकल जाते हैं. जिसके चलते श्रमिक परिवार के बच्चे भूखे पेट स्कूल जाते हैं. दोपहर में मध्यान्ह भोजन का समय 1.30 बजे तक खाली पेट पढ़ाई करते हैं. इस वजह से बच्चे अध्ययन में रुचि नहीं ले पाते हैं. यह स्थिति जिले के लगभग सभी विकासखंडों में हैं. गौरतलब है नई शिक्षा नीति में स्कूलों में बच्चों को सुबह नाश्ता भी अनिवार्य किया गया है. मंत्री देवांगन ने इस संबंध में स्कूली बच्चों को नाश्ता प्रदान किए जाने की व्यवस्था के लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा था.
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