Chhattisgarh DRG Jawan Shaheed: छत्तीसगढ़ में डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड (DRG) के तीन बहादुर जवानों को 4 दिसंबर 2025 को अंतिम विदाई दी गई. शहीद प्रधान आरक्षक मोनू उर्फ मोहन बड़डी, आरक्षक दुकारू गोंडे और जवान रमेश सोड़ी के पार्थिव शरीर जब तिरंगे में लिपटे बीजापुर पहुंचे, तो साथियों और परिजनों की आंखें नम हो गईं. पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई.

भाजपा छत्तीसगढ़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि “पुलिस लाइन बीजापुर में DRG के तीन वीर जवान प्रधान आरक्षक मोहन बड़डी, आरक्षक दुकारू गोंडे और रमेश सोड़ी को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जी. वेकट और विधायक चैतराम अटामी ने श्रद्धांजलि अर्पित की.”
श्रद्धांजलि सभा में जिलाध्यक्ष घासीराम नाग, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, सांसद प्रतिनिधि जिलाराम राणा, वरिष्ठ नेता जागर लक्ष्मैया, जिला पंचायत सदस्य शंकरैया मांडवी, मंडल अध्यक्ष अशोक राव, जनप्रतिनिधिगण और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
आज पुलिस लाईन बीजापुर में DRG के तीन शहीद वीर बहादुर जवान, प्रधान आरक्षक मोहन बड़डी जी, आरक्षक दुकारू गोंडे जी और रमेश सोडी़ जी को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जी.वेकट जी, विधायक श्री चैतराम अटामी जी ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) December 4, 2025
श्रद्धांजलि की दुखद घड़ी में भाजपा जिलाध्यक्ष श्री… pic.twitter.com/mO9UrBBXnz
बहादुर जवानों की शहादत को जाया जाने नहीं देंगे-उप मुख्यमंत्री अरुण साव
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज रायपुर पुलिस लाइन हेलीपेड में बीजापुर नक्सली मुठभेड़ में शहीद तीन जवानों को श्रद्धांजलि दी. वहीं घायल दो जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने नक्सलियों के खात्मे के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि ''अब नक्सल अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। सुरक्षाबलों ने सैकड़ों नक्सलियों को न्यूट्रलाइज किया है. वहीं कई माओवादी सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में वापस लौटे हैं. उपमुख्यमंत्री साव ने कहा कि, सुरक्षा बल के बहादुर जवानों ने बीजापुर में बड़े नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दिया है. तीन जवानों को खो दिया. मां भारती की सेवा में अपने प्राणों का न्योछावर करने वाले सच्चे सपूत को नमन करता हूं. हमारे बहादुर जवानों का यह बलिदान जाया नहीं जाएगा। नक्सलियों की कायराना हरकत का माकूल जवाब मिलेगा.''

नक्सल मुक्त भारत मिशन
देश में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक जंग जारी है. केंद्र और राज्य सरकारों ने 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त भारत का लक्ष्य तय किया है. लगातार बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का प्रभाव अब कुछ चुनिंदा जिलों तक सिमट गया है.
कैसे शहीद हुए DRG जवान
3 दिसंबर 2025 की सुबह बीजापुर–दंतेवाड़ा बॉर्डर पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें DRG जवानों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया और उनके शव भी बरामद किए गए. इसी दौरान भीषण फायरिंग में DRG के तीन वीर जवान मोनू उर्फ मोहन बड़डी, दुकारू गोंडे, और रमेश सोड़ी भी देश के लिए शहीद हो गए.