Two Boys Killed in Naxalites IED Blast: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Naxal affected Bastar) में नक्सलियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के बीच प्रेशर आईईडी, स्पाईक होल और यूबीजीएल (UBGL Blast) की चपेट में आने से निर्दोष लोगों की लगातार मौत हो रही है. इधर, सोमवार को भी दो मासूम बच्चे यूबीजीएल की चपेट में आ गए, जिससे मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद परिवार वालों में मातम छाया हुआ है. बता दें कि दोनों बच्चे खेलते खेलते यूबीजीएल की चपेट में आ गया. जानकारी के मुताबिक, जिंदा UBGL से ब्लास्ट इतना जबरदस्त हुआ कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
सीएम साय ने नक्सलियों को दी चेतावनी
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है. साथ ही सीएम साय ने नक्सलियों को चेतावनी दी है.
सीएम विष्णुदेव साय ने अपने अधिकारिक हैंडल एक्स पर लिखा, 'बीजापुर में 2 बच्चे नक्सलियों के लगाए गए IED का शिकार हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई. उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि इस खबर से काफी दुख हुआ है. भगवान उन बच्चों की आत्मा की शांति दे, साथ ही उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दें. मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस नक्सलवाद का काले साए ने हमारे बच्चों को निगल लिया. इसी किसी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतना ही कम है. नक्सलियों को इन बच्चों की मौत की कीमत जरूर चुकानी पड़ेगी.
बीजापुर जिले के बड़े बोड़गा गांव के एक खेत में नक्सलियों द्वारा लगाये गए आईआईडी की चपेट में आने से गांव के दो मासूम बच्चों के देहावसान की दुःखद सूचना प्राप्त हो रही है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 13, 2024
ईश्वर से उन अबोध बच्चों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। मेरी…
तेंदुपत्ता तोड़ने गए थे बच्चे
नक्सलियों के IED के शिकार हुए दोनों बच्चों की पहचान हो गई है. इसमें से एक बच्चे का नाम लक्ष्मण ओयाम है, जिसकी उम्र 13 साल है. वहीं दूसरे बच्चे का नाम बोती ओयाम है, जिसकी उम्र 11 साल है. ये दोनों बच्चे जंगल में तेंदुपत्ता तोड़ने गए थे. इसी दौरान IED की चपेट में आने से मौत हो गई.
खेत में पड़ा था जिंदा यूबीजीएल
जानकारी के मुताबिक, भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के इंद्रावती नदी पार बसे बोड़गा गांव के ओड़सापारा में ग्रामीण तेंदूपत्ता की तोड़ाई कर रहे थे. वहीं बगल के खेत में जिंदा यूबीजीएल पड़ा हुआ था. हालांकि पहले इसे किसी ने नहीं देखा. इसी दौरान गांव के दो मासूम बच्चे खेलते खेलते यूबीजीएल के चपेट में आ गए और यह UBGL ब्लास्ट हो गया, जिससे दोनों मासूम की मौके पर ही मौत हो गई.