Bijapur Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सोमवार को नक्सलियों की ओर से किए गए ब्लास्ट (IED Blast in Bijapur) की भयावहता इतनी थी कि जवानों और ड्राइवर के शरीर के अंग यहां-वहां बिखर गए. जिस वाहन को आईईडी से उड़ाया गया उसमें बैठे 8 जवानों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, उनके शरीर के क्षत-विक्षत पड़े थे. वहीं वाहन चालक की अब तक सिर्फ अंतड़ियां ही मिल पाई है. जबकि उनके शरीर का बड़ा हिस्सा गायब (Driver's Body Parts Missing) है. इसको तलाश करने के लिए एसडीआरएफ के गोताखोरों की मदद ली जा रही है.
कुटरू ब्लास्ट में 8 जवान और एक चालक की मौत हुई थी. घटना इतनी विभत्स थी कि जवानों के शव गठरियों में बांध कर समेटे गए. वहीं वाहन चालक की केवल अंतड़ियां ही मिली हैं. वाहन चालक के शव को तलाश करने में गोताखोर एड़ी-चोटी एक किए हुए हैं. हालांकि एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि बॉडी मिल गई है पर एसडीआरएफ के जवान ने बताया कि शरीर का बड़ा हिस्सा अभी तक नहीं मिला.
300 मीटर दूरी पर तलाश
नक्सलियों ने जहां विस्फोट किया वहां 10 फीट के करीब गड्ढ़ा बन गया. वाहन ने परखच्चे उड़ गए. इसके कई पुर्जे 30 मीटर दूर 20 फीट ऊंचे पेड़ के ऊपर मिले. ऐसे में जानकारों का अंदाजा है कि ड्राइवर के शरीर का बड़ा हिस्सा दूर कहीं होगा. लिहाजा पास में स्थित एक नाले में उसके शरीर के अंग को ढूंढा जा रहा है. यह नाला घटना स्थल से लगभग 300 मीटर दूर है.
साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर दो साल में सबसे बड़ा हमला करते हुए नक्सलियों ने सोमवार को जिले के कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास 60 से 70 किलोग्राम वजनी एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का इस्तेमाल कर एक वाहन को उड़ा दिया. एसयूवी में सवार आठ सुरक्षाकर्मी, जिनमें राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स इकाइयों के चार-चार जवान शामिल थे, और वाहन के चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जो जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित है.
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