Mukesh chandrakar PM Report: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. रूह कंपाने वाली उनकी पीएम रिपोर्ट सामने आई है. हत्यारों ने मुकेश के शरीर के अंदरूनी भागों को न केवल चोट पहुंचाई, बल्कि टुकड़े कर दिए. मुकेश के लीवर के 4 टुकडे, सिर पर 15 फ्रेक्चर, हार्ट फटा, गर्दन टूट गई. हत्या इतनी जघन्य तरीके से की गई कि मुकेश का पीएम करने वाले डॉक्टर्स के हाथ तक कांप गए. इसके बाद इस बात का अंदेशा है कि मुकेश के हत्यारे सिर्फ दो नहीं बल्कि और भी हो सकते हैं.
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के कांप गए हाथ
मुकेश की पीएम रिपोर्ट आ गई है. इसे पढ़कर रूह कांप जाएगी. रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मुकेश के शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं छूटा जहां हत्यारों ने चोट न पहुंचाई हो. चोटें भी ऐसी थीं कि पीएम करने वाले डॉक्टरों के भी हाथ कांपने लगे. डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने अपने कैरियर में इतनी बुरी स्थिति नहीं देखी.
पत्रकार मुकेश के शव का पीएम डॉ राजेन्द्र रॉय और अन्य दो डॉक्टरों ने किया. इसके बाद जो रिपोर्ट उन्होंने तैयार की वो काफी दर्दनाक और चौंकाने वाली है.
शरीर में इतनी जगहों पर चोटें
पीएम रिपोर्ट करने वाले डॉक्टर के मुताबिक मुकेश के सिर पर 15 फ्रेक्चर पाये गए. हत्यारों ने मुकेश पर इस तरह से वार किए कि उसका लीवर भी चार टुकड़ों में बंट गया. हत्यारों के लगातार वार से मुकेश के शरीर की 5 पसलियां भी टूटी हुई हैं. इतना ही नहीं मुकेश की गर्दन भी तोड़ डाली और मुकेश की एक कॉलर बोन भी टूटी पाई है. इसके साथ ही मुकेश का हार्ट भी इस हमले में फट गया. इसकी जानकारी पीएम करने वाले डॉक्टर रॉय ने दी है.
डॉक्टरों ने यह भी बताया कि मुकेश के बायें हाथ पर कलाई के पर चोट का निशान हैं. संभवतः उसने बचाव के लिये अपना बायां हाथ आगे किया होगा और इसी से उसे चोट लगी होगी.
12 साल में ऐसा पहला केस
मुकेश के शव का पीएम दो डॉ राजेन्द्र रॉय सहित दो अन्य डॉक्टरों ने किया. उन्होंने बताया कि वे बस्तर में 12 सालों से सेवाएं दे रहे हैं और शवों का पीएम भी करते आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने बीते 12 साल में ऐसा पहला केस देखा है. डॉ रॉय ने बताया कि शव के पीएम के बाद रिपोर्ट तैयार करने में उनका दिल दहल गया.
शव का पीएम करने वाले डॉ राजेन्द्र रॉय ने बताया कि वे बस्तर में 12 सालों से सेवाएं दे रहे हैं और शवों का पीएम भी करते आ रहे है, लेकिन उन्होंने बीते 12 साल में ऐसा पहला केस देखा, जबकि हत्यारों ने किसी की हत्या इतनी निर्ममता से की हो.
डॉ रॉय बताते हैं कि शव के पीएम के बाद रिपोर्ट तैयार करने में उनके हाथ कांपने लगे हैं. डॉ रॉय के साथ पीएम अन्य दो डॉक्टरों ने किया. वे आपस में ये चर्चा करते रहे कि कोई इंसान किसी को इतनी बेहरमी से कैसे मार सकता है? डॉक्टरों ने बताया कि इतनी चोट खाने के बाद दर्द का अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है.
हत्यारों की संख्या दो से ज्यादा
इधर पुलिस ने प्रारंभिक जांच में दो हत्यारों को मौका ए वारदात पर होना पाया और उन्हें जेल भी भेज दिया। लेकिन पीएम करने वाले डॉक्टरों का साफ तौर पर कहना है कि इतनी चोटें केवल दो व्यक्ति पहुंचाये, ये संभव नहीं है. चोट देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्यारों की संख्या कहीं ज्यादा है. मुकेश की हत्या और पीएम रिपोर्ट सामने आने के बाद अब बड़ा सवाल यही है कि क्या ये सब दो ही हत्यारों का काम है या फिर हत्यारों की संख्या और बढ़ेगी. हालांकि पुलिस ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को भी गिरफ्तार कर लिया है.