
Naxalite Surrender : छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन (Anti Naxal Operation) के तहत एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई कर रही है. सुरक्षाबलों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों की कमर तोड़ दी है. इसीक्रम में गुरुवार को दो नक्सली दंंपती ने सरेंडर किया है. इनका नाम रमेश उर्फ आटम गुड्डू एवं सविता उर्फ लच्छी पोयम है. नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रेरित होकर नक्सली दंपत्ति ने ये कदम उठाया है. दोनों पर करीब सात लाख रुपये का इनाम था.
जंगल में हुई मुठभेड़ में रमेश घायल भी हुआ था
यह सफलता पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज अभिषेक शांडिल्य (IPS) के नेतृत्व में की गई है. आत्मसमर्पित नक्सली रमेश उर्फ आटम गुड्डू (29 वर्ष), प्लाटून नंबर 01, एमएमसी जोन, जीआरबी डिवीजन कमेटी का सक्रिय सदस्य था. वहीं, उसकी पत्नी सविता उर्फ लच्छी पोयम (21 वर्ष) टांडा एरिया कमेटी की सदस्य के रूप में कार्यरत थी. दोनों बीते 8 वर्षों से एमएमसी क्षेत्र में सक्रिय रहकर नक्सली गतिविधियों में संलग्न थे. वर्ष 2019 में थाना भोरमदेव क्षेत्रांतर्गत बकोदा जंगल में हुई मुठभेड़ में रमेश घायल भी हुआ था.
जंगल में कठिन जीवन से त्रस्त
संगठन में रहते हुए रमेश के पास 12 बोर बंदूक तथा सविता के पास 8 एमएम रायफल रही है. आत्मसमर्पण का निर्णय उन्होंने संगठन में व्याप्त आंतरिक संघर्ष, अमानवीय व्यवहार, स्थानीय आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार, जंगल में कठिन जीवन से त्रस्त होकर लिया.
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मिलेगी ये सुविधाएं
आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत नक्सली दंपत्ति को तत्काल प्रत्येक को ₹25,000 की प्रोत्साहन राशि (कुल ₹50,000) नगद प्रदान की गई है. अन्य सुविधाएं शासन की पुनर्वास नीति के अनुसार शीघ्र प्रदान की जाएंगी. अब तक जिला कबीरधाम में कुल 11 नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं, जिनमें 10 इनामी नक्सली शामिल हैं.
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