
Naxalite Surrender : कुछ दिन पहले नक्सलियों के सरेंडर को लेकर बड़ी खबर तेलंगाना से आई थी. यहां 60 नक्सलियों ने एक समूह में हथियार छोड़कर घर वापसी की थी. अब बीजापुर में 19 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. बड़ी बात ये है कि इनमें से दश नक्सलियों पर 29 लाख रुपये का इनाम है. जिला मुख्यालय के पुलिस अधिकारी और सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष में 08 लाख का इनामी माओवादी देवा पदम ने सपत्निक समर्पण किया. AOB डिवीजन और पामेड़ एरिया कमेटी के 29.00 लाख रुपये के इनामी 10 माओवादी सहित 19 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण.
25-25 हजार रुपये नगद राशि दी गई
सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, सकारात्मक संवाद की वजह से नक्सली अब हर दिन घर वापसी कर रहे हैं. उनका संगठन के विचारों से मोहभंग हो रहा है. निराशा और संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद, समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सुरक्षित पारिवारिक जीवन जीने की चाह के चलते आत्मसमर्पण किया.वर्ष 2025 में अब तक 84 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है.137- माओवादी गिरफ्तार हुए हैं. 56 माओवादी मुठभेड़ में मारे गए हैं. सरेंडर करने वाले सभी माओवादियों को प्रोत्साहन स्वरूप 25-25 हजार रुपये नगद राशि दी गई.
ये भी पढ़ें- Mandla Naxal Encounter: मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर, सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर अभी भी जारी
सरेंडर माओवादी के नाम और इस पद पर रहे
- 1. देवा पदम उम्र 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोरसागुड़ा पदमपारा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर, पदनाम-बटालियन नम्बर 01 पीपीसीएम, ईनाम -08.00 लाख, वर्ष 2007 से सक्रिय
- 2. दुले कलमू उम्र 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोरसागुड़ा पदमपारा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर, पदनाम- बटालियन नम्बर 01 के कंपनी नम्बर 01 की पार्टी सदस्य, ईनाम 08.00 लाख, वर्ष 2018 से सक्रिय
- 3. सुरेश कटटाम पिता उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी नैलाकांकेर, स्कूलपारा थाना उसूर जिला बीजापुर, पदनाम एसीएम, ईनाम 05.00 लाख, वर्ष 2020 से सक्रिय
- 4. सोनी पूनेम पूनेम उम्र 20 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोरसागुड़ा स्कूलपारा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर, पदनाम AOB डिवीजन अन्तर्गत प्लाटून नम्बर 01 पार्टी सदस्या, ईनाम -02.00 लाख, वर्ष 2013 से सक्रिय
- 5. नारायण कटटाम कटटाम उम्र 35 वर्ष निवासी नेलाकांकेर स्कूलपारा थाना उसूर, पदनाम कमलापुर आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, ईनाम -01.00 लाख, वर्ष 2007 से सक्रिय
- 6. अंदा माडवी उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर थाना उसूर, पदनाम कमलापुर आरपीसी मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 2001 से सक्रिय
- 7. बामी कुहरामी उम्र 45 वर्ष जाति मुरिया, निवासी कमालपुर पाउरगुड़ा थाना उसूर, पदनाम कमलापुर आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 1996 से सक्रिय
- 8. नागा कटटम उम्र 40 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर थाना उसूर, पदनाम कमलापुर आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य, ईनाम 01.00 लाख रूपये, वर्ष 2016 से सक्रिय
- 9. शंकर कड़ती उम्र 45 वर्ष जाति दोरला निवासी लिंगापुर स्कूलपारा थाना उसूर, पदनाम लिंगापुर आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 2020 से सक्रिय
- 10. मुन्ना पोड़ियाम उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी मारूड़बाका स्कूलपारा थाना उसूर, पदनाम मारूड़बाका आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 2002 से सक्रिय
- 11. सहला वाम 40 वर्ष कारवारीपान पाना पदनाम मार डचावा आरपीसी बनताना सरकार सदस्य कां 2011 से सक्रिय
- 12. नरसिंह राम पोड़ियाम उम्र 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी उडतामल्ला पटेलपाग थाना पामेड़ पदनाम- कचाल आरपीसी मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर, वर्ष 2001 से सक्रिय
- 13. शंकर माड़वी पिउम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर जोनागुड़ा पारा थाना उसूर. पदनाम - कमलापुर आरपीसी जनताना सरकार सदस्य, वर्ष 2001 से सक्रिय
- 14. लखमा ताती उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर पाउरगुड़ा थाना उसूर, पदनाम-कमलापुर आरपीसी जनताना सरकार सदस्य, वर्ष 1996 से सक्रिय
- 15. पाण्डू माड़वी उम्र 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर जोनागुडापारा थाना उसूर, पदनाम- कमलापुर आरपीसी मिलिशिया प्लाटून ए सेक्शन डिप्टी कमाण्डर, वर्ष 2006 से सक्रिय
- 16. जोगा सोड़ी उम्र 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर पाउरगुड़ा थाना उसूर जिला बीजापुर पदनाम कमलापुर आरपीसी जनताना सरकार सदस्य, वर्ष 1996 से सक्रिय
- 17. पिड़गा कटटम उम्र 45 वर्ष जाति मुरिया निवासी कमलापुर, पदनाम कमलापुर आरपीीिस डीएकेएमएस सदस्य, वर्ष 1996 से सक्रिय
- 18. एर्रा सोढ़ी उम्र 49 वर्ष जाति दोरला निवासी कमलापुर मोडियमपारा थाना उसूर, पदनाम कमालापुर आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य, वर्ष 1996 से सक्रिय
- 19. चिन्नाबी काका उम्र 45 वर्ष जाति मुरिया निवासी मारूड़बाका बंजारीपारा थाना उसूर, पदनाम मारूडबाका आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य, वर्ष 2005 से सक्रिय
जानें क्या है नक्सल उन्मूलन नीति
छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति और नियद नेल्लानार योजना के कारण कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं. यह योजना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है. इस योजना के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जैसे कि पुनर्वास, रोजगार और शिक्षा. इसके अलावा, नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए भी राहत और पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है.
ये भी पढ़ें- सुकमा एनकाउंटर में ढेर नक्सलियों पर था 5-5 लाख का इनाम, मृतकों में शामिल महिला की भी हुई पहचान