विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Aug 05, 2023

छतरपुर जिले में शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल रही हैं तस्वीरें, बच्चे धो रहे बर्तन

नौगॉव शिक्षा केन्द्र अंतर्गत आने वाले माध्यमिक प्राथमिक शालाओं में बच्चे बर्तन धोने को मजबूर हैं. इन शालाओं के बच्चों को भोजन करने के बाद बर्तन धोने पड़ते हैं.

Read Time: 3 min
छतरपुर जिले में शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल रही हैं तस्वीरें, बच्चे धो रहे बर्तन
बच्चों को धोने पड़ रहे बर्तन

छतरपुर जिले में शिक्षा विभाग की पोल खोलती कुछ तस्वीरें सामने आईं हैं. इन तस्वीरों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दूरदराज के इलाकों में शिक्षा विभाग को कोई देखने वाला नहीं है. क्योंकि यह मामला एक स्कूल का नहीं है, लगभग छतरपुर जिले के दूरदराज के सभी स्कूलों में यही हाल है. आप किसी भी स्कूल में जाएंगे या तो स्कूल में टीचर नहीं हैं और टीचर हैं तो मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार नहीं बन रहा है. नौगांव विधानसभा क्षेत्र में आज मुख्यमंत्री आने वाले हैं और अधिकारी लगभग इसी क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं. 

oqa4jgio

बच्चों को भोजन करने के बाद बर्तन धोने पड़ते हैं

ये भी पढ़ें- श्योपुर : तहसीलदार अमिता सिंह ने कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाने के बाद दिया इस्तीफा

बर्तन धोने को मजबूर बच्चे
नौगॉव शिक्षा केन्द्र अंतर्गत आने वाले माध्यमिक प्राथमिक शालाओं में बच्चे बर्तन धोने को मजबूर हैं. इन शालाओं के बच्चों को भोजन करने के बाद बर्तन धोने पड़ते हैं. शिक्षा के अधिकार के तहत स्कूल आने वाले बच्चों को नियमित रूप से मध्याह्न भोजन देने के तौर तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं. नौगॉव जन शिक्षा केन्द्र के अंतगर्त आने वाले इन शालाओं में मध्याह्न भोजन ग्रहण करने के बाद बच्चों को बर्तन धोने पड़ रहे हैं. बर्तन धोने के दौरान बच्चों के कपड़े भी खराब हो जाते हैं. तस्वीरों में देख सकते हैं कि बच्चे किस तरह मिट्टी से बर्तन साफ कर रहे हैं.

88a1nqq8

बच्चे मिट्टी से बर्तन साफ कर रहे हैं

हरपालपुर से सटे गांवो की सरसेड़, काकुनपुरा, कराठा, रानीपुरा, मवइया, पापटुआ की शालाओं में बच्चों को अपने खाने के बर्तन खुद साफ करने पड़ रहे हैं. वहीं, स्कूल के छात्रों का कहना है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब उन्हें बर्तन साफ करने पड़ रहे हैं. बल्कि वह जब से स्कूल में पढ़ रहे हैं, तभी से उन्हें अपने खाने के बर्तन स्कूल में धोने पड़ रहे हैं.

tth6scv8

भोजन देने के तौर तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं

ये भी पढ़ें- क्या 'वोट फ्रॉम होम' वाले वोटर होंगे गेमचेंजर ? 12 लाख है ऐसे मतदाताओं की संख्या

लापरवाही के शिकार स्कूल के बच्चे
शासकीय स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि उन्हें अपने बर्तन खुद ही धोने पड़ते हैं. इस बारे में बात करने के लिए जब  नौगॉव जन शिक्षा केन्द्र प्रभारी अनुराग खरे को उनके मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close