
झीलों का शहर भोपाल (Bhopal Pollution)अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है. यहां की आबोहवा लोगों को हमेशा से आकर्षित करती रही है...लेकिन कुछ दिनों से यहां की हवा जहरीली होती जा रही है.स्थानीय लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है...जब भी लोग सड़कों पर निकलते हैं उनका सामना 'स्मोग' से होता है.AQI लेवल लगातार 200 से ऊपर बना हुआ है जो खराब हवा की श्रेणी में आता है. जानते हैं इसकी वजह है राजधानी की सड़कों पर चल रहा निर्माणकार्य. भोपाल के कोलार इलाके में बीते एक साल से कंस्ट्रक्शन (Construction in Kolar area) काम चल रहा है. जिसकी वजह से वाहनों की आवाजाही के दौरान धूल के उड़ने से प्रदूषण बढ़ रहा है. सड़क निर्माण लगातार जारी होने की वजह से हादसे भी हो रहे हैं.

सड़क पर लगातार चल रहे निर्माण कार्य से आम लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई है. एक साल से वो इस समस्या को झेल रहे हैं.
कब पूरे होंगे सड़क निर्माण?
भोपाल में काफी समय से निर्माण कार्य लगातार जारी है. उन में से किसी की समय सीमा पूरी हो चुकी है तो किसी की समय सीमा पूरी होने में अभी बाकी है. निर्माण कार्य कर रहे लोगों द्वारा लोग नियमों की अनदेखी की जा रही है, पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है. नतीजतन भोपाल प्रदूषित हो रहा है. प्रदूषण का लेवल बढ़ रहा है, जहां पहले प्रदूषण का लेवल मानक स्तर पर था वहीं अब प्रदूषण अपनी चरम सीमा पर है.

स्थानीय लोगों के साथ-साथ ऑटो चालक भी परेशान
NDTV से बातचीत के दौरान कोलार निवासी कलादेवी ने बताया कि कंस्ट्रक्शन की वजह से हमारी झुग्गियों को हटाया गया और एक साल से यहां कार्य चल रहा है, यहां रोड निर्माण के चलते लगातार ट्रैफ़िक जाम होता है और कई एक्सीडेंट भी हो चुके हैं. उधर ऑटो चालकों का कहना है,धूल मिट्टी उड़ रही है बीच में कोई रास्ता नहीं है तो राउंड लगाकर आना होता है. वैकल्पिक इंतजाम नहीं होने से कभी काम चलता है और कभी नहीं. उनका कहना है कि सवारी को ले जाने के लिए हमें पूरा चक्कर लगा के घूमके जाना पड़ता है. धूल उड़ती रहती है जिसके चलते सांस लेने में भी तकलीफ होती है. चालू रोड में भी कई प्रकार के गड्ढे हो रहे हैं और काफी लंबे समय से यहां निर्माण कार्य चल रहा है. हमें भी कुछ समझ नहीं आ रहा है कब तक सॉल्यूशन होगा.

धूल की वजह से प्रदूषण, अधिकारियों ने भी माना
मध्य प्रदेश पॉल्यूशन बोर्ड रीजनल ऑफ़िसर ब्रजेश शर्मा के मुताबिक भोपाल शहर का एयर कोल्ड इंडेक्स नवंबर 2023 में बहुत अधिक हो गया था. इसका मुख्य कारण है कि उस समय ठंड की शुरुआत हो गई थी जिससे वातावरण में नमी होती है और वायुमंडल में धूल कण काफ़ी मात्रा में उपस्थित हो जाते हैं. जहां तक सवाल है इसको नियंत्रित करने का तो नेशनल क्लीन प्रोग्राम भोपाल में संचालित है. उसके अंतर्गत विभाग है तो जिसमें नगर निगम प्रमुख विभाग है और वे जल छिड़काव कर नियमित रूप से काम कर रहे हैं. भोपाल में वायु प्रदूषण की मुख्य वजह धूलकण है, हम लोगों ने AIR आई पुणे के माध्यम से स्टडी करायी थी उसके जो फ़ाइनल रिज़ल्ट हमारे सामने आए थे उस रिपोर्ट में जो मुख्य स्रोत है वो धूल के कण है, सड़कों में वाहनों से मिलने वाली धूल कण पाए गए थे, एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ाने का यह मुख्य कारण है. भोपाल में हमारे पास तीन स्टेशन है जिसके द्वारा कंटिन्यू मॉनिटरिंग कर रहे हैं और उसी के माध्यम से एयर क्वालिटी इंडेक्स भी हमारे द्वारा डिस्प्ले बोर्ड पर आमजन को दिखाया जाता है. बहरहाल सबके अपने-अपने दावे हैं लेकिन यदि जल्द ही सख्त कदम नहीं उठाए गए तो हालात बद से बदतर होते जाएंगे.