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This Article is From Aug 15, 2023

'अमृत काल' के दौरान लिए गए निर्णय आने वाली सहस्राब्दी को प्रभावित करेंगे : प्रधानमंत्री

भारत में ‘जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता’है. उन्होंने कहा, ‘‘इन तीनों में सभी सपनों को पूरा करने की क्षमता है. जबकि अन्य देश बूढ़े हो रहे हैं, भारत युवा है. हमारे यहां दुनिया में सबसे ज्यादा युवा हैं.’

'अमृत काल' के दौरान लिए गए निर्णय आने वाली सहस्राब्दी को प्रभावित करेंगे : प्रधानमंत्री

भारत की आज़ादी की 76वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को 10वीं बार संबोधित किया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'अमृत काल' के दौरान लिए गए निर्णय और उठाए गए कदम की चर्चा की और कहा कि उक्त निर्णय और कदम आने वाली सहस्राब्दी को प्रभावित करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत ‘गुलामी की मानसिकता'से बाहर निकल आया है और नए आत्मविश्वास एवं संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.

‘‘हम भाग्यशाली हैं कि आजादी के ‘अमृत काल'में जी रहे हैं. इस ‘अमृत काल'में हम जो निर्णय लेंगे, हमारे कार्य और बलिदान अगली सहस्राब्दी के गौरवशाली इतिहास का मार्ग प्रशस्त करेंगे. इस युग की घटनाएं अगली सहस्राब्दी को प्रभावित करेंगी.''                        -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ‘जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता'है। उन्होंने कहा, ‘‘इन तीनों में सभी सपनों को पूरा करने की क्षमता है. जबकि अन्य देश बूढ़े हो रहे हैं, भारत युवा है. हमारे यहां दुनिया में सबसे ज्यादा युवा हैं.'लाल किले की प्राचीर से उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ‘भरसक प्रयास' किए गए और जनता के इस बोझ को कम से कम करने के लिए आने वाले दिनों में भी प्रयास जारी रहेगा.

संबोधन में प्रधानमंत्री ने महंगाई का किया जिक्र

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को महंगाई ने दबोच कर रखा है. दुनिया अभी भी कोविड महामारी के प्रकोप से पूरी तरह उबर नहीं पाई है. युद्ध ने एक और समस्या पैदा कर दी है. दुनिया मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रही है. मुद्रास्फीति ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को जकड़ लिया है.' उन्होंने कहा, ‘‘हम भी दुनिया से, जिन सामानों की जरूरत होती है, लाते हैं। हम सामान तो आयात करते हैं, साथ ही महंगाई भी आयात करते हैं पूरी दुनिया को महंगाई ने जकड़ कर रखा है.''

‘‘भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें कुछ सफलता भी मिली है. लेकिन इतने से संतोष नहीं। दुनिया से हमारी चीजें अच्छी हैं, बस यही सोचकर हम नहीं रह सकते. मुझे तो, मेरे देशवासियों पर महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में और भी कदम उठाने हैं. हम उन कदमों को उठाते रहेंगे, मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा.''

कम ब्याज पर मध्यम वर्ग के लिए आवास खरीदने की घोषणा

मोदी ने कहा, ‘‘भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें कुछ सफलता भी मिली है. लेकिन इतने से संतोष नहीं। दुनिया से हमारी चीजें अच्छी हैं, बस यही सोचकर हम नहीं रह सकते. मुझे तो, मेरे देशवासियों पर महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में और भी कदम उठाने हैं. हम उन कदमों को उठाते रहेंगे, मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा.'' प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कम ब्याज पर आवास खरीदने की सुविधा प्रदान करने की भी घोषणा की.

देश में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.44 प्रतिशत पर पहुंची

गौरतलब है कि जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई है. इस दौरान मुख्य रूप से टमाटर और सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े. चालू वित्त वर्ष में पहली बार खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के छह प्रतिशत के सहनशील स्तर को पार कर गई है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में बढ़कर 7.44 प्रतिशत हो गई, जो जून में 4.87 प्रतिशत थी. जुलाई 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 6.71 प्रतिशत थी. सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति को 2-6 प्रतिशत के दायरे में रखने की जिम्मेदारी सौंपी है.

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