मध्य प्रदेश में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सरकार के सामने अपना मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को भोपाल के अंबेडकर मैदान में हजारों की संख्या में प्रदेश भर से आए मध्य प्रदेश सरकार के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी इकट्ठा हुए. इस दौरान कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के सामने अपनी मांगों को रखा. प्रदेश भर से आए दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने वेतनवृद्धि और स्थायी कर्मी बनाने जैसे कई मांगों को रखा.
गौरतलब है कि पिछले कई सालों से मध्य प्रदेश के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी स्थाई कर्मी बनाने की मांग कर रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कर्मचारियों ने अपना मोर्चा खोल दिया है. इससे पहले भी चुनावों के समय में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की स्थाई कर्मी बनाने की मांग पूरी हुई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में ऐसी घोषणाएं करते आए हैं.
वर्तमान समय में मध्य प्रदेश मे करीब 1 लाख 10 हजार दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी काम कर रहे हैं. इनकी रिटायरमेंट की आयु 60 साल है.
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने 9 सूत्रीय मांगों को रखा सामने
हजारों की संख्या में जुटे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सरकार के सामने अपनी 9 मांगों को रखा है. इन मांगों में स्थाई कर्मी घोषित करने के साथ-साथ नियमित वेतन वृद्धि जैसी मांगें शामिल हैं. इसके अलावा कर्मचारियों ने 7वां वेतनमान दिए जाने, अवकाश नकदीकरण का लाभ, मूलभूत सुविधाओं का लाभ, वन प्राणियों की सुरक्षा में कार्यरत आकस्मिक सुरक्षा श्रमिकों और कम्प्यूटर ऑपरेटरों को स्थाई कर्मी बनाना और अंशकालीन कर्मचारियों को पूर्णकालीन कर सभी को नियमित किए जाने की मांग की है.