भिंड में एक बस स्टाफ की गुंडागर्दी देखने को मिली. बस स्टाफ ने पहले कार चालक के साथ मारपीट की. बचाने आए ट्रैफिक जवान को भी पीटा. दोनों के बीच बाजार में जमकर हथापाई हुई. मारपीट का दंगल करीब एक घंटे तक सड़क पर चलता रहा. दोनों पक्ष पुलिस थाने पहुंचे लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्यवाई नही हुई. वहीं राजनीतिक दवाब के चलते पुलिस राजीनामा कराने के प्रयास में जुट गई है.
बताया जा रहा है कि बस बीजेपी के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह के रिश्तेदार की है. दरअसल एक कार चालक भिंड से ग्वालियर की ओर जा रहा था तभी वो भिंड के सुभाष तिराहे के पास रूका. यहां बुजुर्ग दंपत्ति से वाहन खड़ा करके बातचीत कर रहा था. तभी एक निजी बस के स्टाफ का सदस्य आया और कार चालक के साथ मारपीट करने लगा. सड़क पर होने वाली मारपीट के कारण वायपास हाईवे के ट्रैफिक जाम लगने लगा. ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक जवान विशाल यादव ने जब सड़क पर मारपीट होता देखा और ट्रैफिक को खुलवाना चाहा तो बस स्टाफ ने खाकी वर्दी पर दबंगई दिखाना शुरू कर दी.
इतना ही नहीं, ट्रैफिक जवान के एक थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद दोनो के बीच जमकर हाथापाई हुई. ये बवाल करीब एक घंटे तक सुभाष तिराहे के पास चलता रहा. इसके बाद देहात थाना पुलिस को जब इस बात की सूचना मिली तो पुलिस फोर्स पहुंच गया। हालांकि बस स्थानीय दबंग की होने के कारण देहात थाना पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर आगे की कार्यवाई करने का मन बना रही है.
साथ ही पुलिस ने ट्रैफिक जवान को राजीनामा करने के लिए समय दे दिया है. वहीं ट्रैफिक पुलिस जवान विशाल यादव का कहना है कि निजी बस के स्टाफ संजय कुशवाह ने कार चालक से मारपीट की और जाम लगा दिया. जाम में एम्बुलेंस फंस गई थी. जब कार चालक की कार को हटाकर जाम खुलवाना चाहा तो बस संचालक का स्टाफ संजय कुशवाह हावी हो गया और हाथापाई पर उतर आया.