रबात : उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप में कम से कम 820 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. शुक्रवार रात आए भूकंप में भारी नुकसान हुआ है. सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे वीडियो में डरे हुए निवासियों और पर्यटकों को जान बचाने के लिए भागते हुए देखा जा सकता है. एक सीसीटीवी फुटेज में भूकंप आने पर कांपती हुई धरती और ऊपर से गिरता हुआ मलबा नजर आ रहा है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार रात 11:11 बजे टूरिस्ट हॉटस्पॉट मराकेश से 72 किलोमीटर (45 मील) दक्षिण-पश्चिम में एक पहाड़ी इलाके में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक सीसीटीवी क्लिप में भूकंप आने से पहले का नजारा देखा जा सकता है. वीडियो में कुछ लोग एक गली के कोने पर बैठे नजर आ रहे हैं. तभी अचानक वे उठकर भागने लगते हैं. उनके साथ बाकी लोगों को भी दौड़ते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में भूकंप से हिलती धरती और ऊपर से गिरता मलबा देखा जा सकता है.
#BREAKING UPDATE While you slept, here is CCTV footage I Authenticated of the heartbreaking moment in Morocco 🇲🇦 where at least 296 people are reported dead and over 150 injured after a 6.8 magnitude earthquake hit the country. This is very sad. They even felt it in Algeria 🇩🇿… pic.twitter.com/kcGdpXeElk
— Dr Olukemi Olunloyo (@Kemiolunloyo) September 9, 2023
मदद के लिए आगे आई दुनिया
शनिवार को दुनियाभर से मोरक्को के लिए समर्थन संदेश आने शुरू हो गए. जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने एक्स पर संवेदना व्यक्त की. संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि 'संयुक्त राष्ट्र प्रभावित आबादी की सहायता के प्रयासों में मोरक्को की सरकार की मदद करने के लिए तैयार है.' पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मोरक्को में हुई तबाही पर दुख जताते हुए कहा कि भारत हर संभव मदद के लिए तैयार है. मोरक्को में ऐसा विनाशकारी भूकंप कई दशकों बाद आया है.
मोरक्को में क्यों आते हैं भूकंप?
अगाडिर भूकंप के बाद मोरक्को को अपने निर्माण नियमों में बदलाव के लिए मजबूर होना पड़ा था. लेकिन देश की कई इमारतें, खासकर ग्रामीण इलाकों के घर इतने शक्तिशाली झटकों को झेल नहीं सकते हैं. 2004 में, भूमध्यसागरीय तटीय शहर अल होसेइमा के पास 6.4 तीव्रता के भूकंप में 600 से अधिक लोग मारे गए थे.