
Israel Attack Iran: ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिका की ओर से किए गए हमले का बदला कतर में अमेरिकी बेस पर हमला कर लिया. हमले के बाद ईरान ने सोमवार को कहा कि उसने कतर में अमेरिकी बेस, अल-उदीद एयर बेस को निशाना बनाया है. बताया जाता है कि ईरान ने इराक और कुवैत में भी अमेरीकी बेसेज को निशाना बनाया है.
पश्चिम एशिया क्षेत्र में अमेरिकी सेना की यह सबसे बड़ी रणनीतिक ठिकाना है. ईरान ने ऑपरेशन बेशर्त फतेह में विनाशकारी और शक्तिशाली मिसाइल हमले के साथ निशाना बनाया. इसके साथ ही ईरान ने दुनिया को यह बता दिया है कि किसी भी हालत में "अपनी क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी हमले का भरपूर जवाब देगा. आपको बता दें कि शनिवार को अमेरिका ने ईरान के भूमिगत परमाणु प्रतिष्ठानों पर 30,000 पाउंड के बंकर-बस्टर बम गिराए जाने के बाद ईरान ने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी थी, जबकि ट्रम्प ने खुले तौर पर ईरानी सरकार को गिराए जाने की संभावना जताई थी.
सिर्फ अमेरिकन बेस को बनाया गया निशाना
इस सफल ऑपरेशन में इस्तेमाल की गई मिसाइलों की संख्या ईरान की परमाणु ठिकानों पर हमले में अमेरिका की ओर से इस्तेमाल किए गए बमों की संख्या के बराबर थी. जिस कतर के जिस बेस को ईरान निशाना बनाया है, वह शहरी क्षेत्रों और आवासीय क्षेत्रों से भी दूर है. जिससे नागरिकों को किसी प्रकार के नुकसान की आशंका नहीं है. यह बाते ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिवालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है. वहीं, ईरान के सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने कहा कि कतर में अमेरिकी बेस पर हमले रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की ओर से किया गया. प्रवक्ता ने बताया कि हम अपने दुश्मनों को चेतावनी देते हैं कि हिट एंड रन का युग खत्म हो गया है.
10,000 अमेरिकी सैनिक रहते हैं इस बेस पर
दोहा के दक्षिण-पश्चिम में स्थित, अल-उदीद एयर बेस में लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक रहते हैं. यह यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के लिए अग्रिम मुख्यालय के रूप में काम करता है. यह बेस लड़ाकू विमानों और ड्रोन सहित हवाई संचालन का केंद्र है. यह 24 हेक्टेयर (60 एकड़) में फैला हुआ है और इसमें लगभग 100 विमान हैं.
कतर ने हवाई क्षेत्र किया बंद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वर्तमान में ईरानी जवाबी कार्रवाई की निगरानी के लिए सिचुएशन रूम में हैं. कतर ने अस्थायी रूप से अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है, जिससे विमानों को दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक दोहा से दूर जाना पड़ रहा है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कतर ने कहा कि यह क्षेत्र में विकास के आधार पर उठाए जा रहे एहतियाती उपायों का हिस्सा है. कुछ घंटे पहले, कतर में अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों से कहा था कि उन्हें अगली सूचना तक अपने स्थान पर शरण लेनी चाहिए. हालांकि, इस संक्षिप्त बयान में कोई विशिष्ट विवरण नहीं दिया गया था.
कई अरब देशों ने हवाई क्षेत्र किया बंद
खाड़ी राज्य में स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमले की निंदा करते हुए कतर ने इसे अपनी संप्रभुता का "घोर उल्लंघन" बताया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने एक बयान में कहा कि हम ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की ओर से अल उदीद एयर बेस पर हमले की कतर राज्य की ओर से कड़ी निंदा करता हूं. यह कतर राज्य की संप्रभुता और हवाई क्षेत्र के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है. संयुक्त अरब अमीरात ने भी कतर के साथ मिलकर अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. कतर के बहुत करीब खाड़ी राज्य बहरीन ने भी हवाई यातायात को निलंबित कर दिया है और कुवैत ने भी ऐसा ही किया है. आधिकारिक बहरीन समाचार एजेंसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि परिवहन और दूरसंचार मंत्रालय के नागरिक उड्डयन मामलों ने हाल के क्षेत्रीय घटनाक्रमों के मद्देनजर एहतियाती उपाय के रूप में बहरीन के आसमान में हवाई नेविगेशन के अस्थायी निलंबन की घोषणा की है.
भारतीय दूतावास ने जारी की गाइडलाइन
दोहा में भारतीय दूतावास ने कतर में अपने नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की है और कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए, कतर में भारतीय समुदाय को सतर्क रहने और घर के अंदर रहने की अपील की है. साथ ही कहा गया है कि कृपया शांत रहें और कतर के अधिकारियों की ओर से दिए गए स्थानीय समाचारों, निर्देशों और मार्गदर्शन का पालन करें. दूतावास हमारे सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से भी अपडेट करता रहेगा.
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