मध्य प्रदेश (MP) के सिंगरौली (Singrauli) जिले के हर्रैया (Harraiya) गांव में बच्चों को स्कूल जाने के लिए अपनी जान को खतरे में डालना पड़ रहा है, क्योंकि आजादी के 75 साल बाद भी यहां एक अदद पुल भी नहीं बन सका है. जिसकी वजह से इन बच्चों के कंधे पर बैग तो होता ही है लेकिन इनके हाथों में चप्पलें और इनके कपड़े भी होते हैं. बच्चे पढ़ने के लिए रोजाना इसी तरह से स्कूल जाते हैं. इनके वापस आने तक इनके अभिभावकों को डर लगा रहता है.