बारिश का मौसम शुरू होते ही एक बार फिर कांकेर (Kanker) के व्यापारियों को बाढ़ का डर सताने लगा है. हर साल बाढ़ के खतरे को देखते हुए 36 करोड़ की लागत से रिटर्निंग वॉल बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई. बता दें अब तक रिटर्निंग वॉल का 50 प्रतिशत कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है.