मध्य प्रदेश सरकार आंगनवाड़ी केंद्रों के भरोसे कुपोषण खत्म करने की बात कर रही है, लेकिन असल में आंगनवाड़ियां खुद कुपोषित हैं. राज्य के दूसरे जिलों या शहरों की बात छोड़ दें तो राजधानी भोपाल में भी आंगनवाड़ी केंद्र या तो किराए के भवनों में चल रहे हैं या फिर केंद्रों के भवन जर्जर हो चुके हैं. कई आंगनवाड़ी केंद्रों की दीवारें पॉलीथिन से सिली हुई हैं या फिर छत की जगह प्लास्टिक की चादरें लगाई हैं. कच्ची दीवारों पर टीनशेड डालकर भी कई केंद्रों को चलाया जा रहा है.