छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार ने नक्सलवाद (Naxalites) के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. कभी नक्सलवाद का गढ़ माने जाने वाले सुकमा (Sukma) जिले के दो गांव, केरलापेंडा (Keralapenda) और बोडेसेट्टी (Bodesetti) अब पूरी तरह नक्सलमुक्त हो गए हैं. इस उपलब्धि के साथ सरकार ने इन गांवों के विकास के लिए व्यापक योजनाएं शुरू की हैं. इनमें प्रत्येक गांव को एक-एक करोड़ रुपए का विकास अनुदान, पक्की सड़कें, बिजली, पानी, शिक्षा और रोजगार के अवसर शामिल हैं. यह कदम न केवल नक्सलवाद को पनपने से रोकने की दिशा में न सिर्फ बड़ा कदम है, बल्कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि की नई शुरुआत भी है.