खेती लाभ का धंधा बनेगी यह नारा सरकारों ने खूब लगाया, लेकिन मैहर जिले के किसानों ने इसे सच साबित कर दिखाया है. यहां के किसान परंपरागत फसलों को छोड़कर फल सब्जियों का उत्पादन शुरू किया जिससे उन्हें मोटा मुनाफा हो रहा है. किसानों ने इस साल करीब 25 हजार एकड़ में कड़वे करेले की बाग तैयार की है. पिछले कुछ सालों से करेले की खेती कर किसान मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. मैहर में उत्पादित होने वाले करेले की सब्जी की डिमांड आसपास के जिलों में ही नहीं बल्कि तमाम राज्य भी करेले का आयात करते हैं. मैहर के घुनवारा, बेरमा और इटमा गांव में खास तौर पर किसान करेले की सब्जी उगाते हैं. एक एकड़ में करीब सवा लाख से डेढ़ लाख रुपए कीमत की सब्जी तैयार होती है.