मध्यप्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर के जाते जाते ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राजधानी भोपाल में तो पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूटा है। प्रदेश के 10 से अधिक शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। आज से दिसंबर की शुरूआत के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ने की पूरी संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती सिस्टम दित्वा के प्रभाव से हवा का रुख बदल गया है, जिसके कारण शीतलहर की स्थिति और तेज हो गई है।