Gadapahra Fort Mystery: बुन्देलखण्ड अपने वीर इतिहास, किलों और सांस्कृतिक विरासत के कारण देश-दुनिया में जाना जाता है. यहां के किले न सिर्फ स्थापत्य कला के उदाहरण हैं, बल्कि अपने भीतर कई अंजान कहानियां भी समेटे हुए हैं. इन्हीं में से एक है सागर का गढ़पहरा किला (Gadapahra Fort)... जिसकी कहानी सुनकर आज भी लोगों की रूह कांप उठती है. विश्वासघात, प्रेम और श्राप से भरी यह दास्तान चार 400 वर्ष पुरानी है, लेकिन इसके रहस्य आज भी स्थानीय लोगों के मन-मस्तिष्क में जीवित हैं. गढ़पहरा किला अब खंडहर में तब्दील हो चुका है. टूटी दीवारें, जर्जर महल और वीरान रास्ते आज भी बीते युग की करुण कथा सुनाते प्रतीत होते हैं. लोग बताते हैं कि इस किले के आसपास अक्सर अजीब-सी आवाजें सुनाई देती हैं. कभी किसी नटनी के घुंघरू बजते प्रतीत होते हैं तो कभी पहाड़ियों से आती चीखें किला परिसर में गूंज जाती हैं. यही वजह है कि स्थानीय लोग सूर्यास्त के बाद इस क्षेत्र में जाने से कतराते हैं.