जिले के हजारों किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और बोनस की राशि के भुगतान का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. उपार्जन केंद्रों में गेहूं की फसल बेचे जाने के बाद काफी समय बीत गया है लेकिन भुगतान न होने से अन्नदाता किसान आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं. किसानों को भुगतान नहीं किए जाने को लेकर एक बड़ी वजह भी सामने आई है.