मध्यप्रदेश विधानसभा में करीब 28 फीसदी ऐसे विधायक हैं जिनकी शैक्षणिक योग्यता 5 वीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास के बीच है. दो ऐसे भी विधायक हैं जो सिर्फ साक्षर हैं. परेशानी इनकी कम शैक्षणिक योग्यता को लेकर नहीं है...बात ये है कि ये सभी कह रहे हैं कि शिक्षा जरूरी है लेकिन कोई भी अपनी योग्यता बढ़ाने को राजी नहीं है. वो भी तब जब यूनिवर्सिटी उन्हें ऑफर दे रहा है...आइए, पढ़िए और डिग्री ले जाइए...क्या है पूरा मामला?