Dhokra Art: कोंडागांव की पहचान बस्तर आर्ट के लिए रही है. बेलमेटल की कलाकृतियां परंपरागत तरीके से यहां बनाई जाती हैं. बस्तर आर्ट का 90% काम कोंडागांव में होता है. वहीं सरकार का दावा है कि शिल्पकारों के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कोंडागांव के 1300 से अधिक शिल्पकारों को पंजीकृत किया गया है. आइए जानते हैं क्या हैं शिल्पकार?