धार (Dhar) जिले में नियमों को ताक पर रखकर बसें तेज रफ्तार से सड़क पर दौड़ती हैं. जिसके चलते हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. जिन सड़कों पर बसों की स्पीड 50 से 60 होनी चाहिए, वहां बसों की स्पीड 100 से ऊपर होती है. यात्रियों का कहना है कि ड्राइवर की लापरवाही से सड़क हादसे होते हैं औऱ विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता. विभाग भी कम समय का परमिट देते हैं जिसके चलते ड्राइवर हाई स्पीड में गाड़ी चलाते हैं. देखिए रिपोर्ट