हरिशंकर परसाई का शहर -जबलपुर-कभी संस्कारधानी कहलाया करता था लेकिन अब यहां चोरी की नई किस्में पैदा हो रही हैं—रसगुल्ला चोरी, बकरी चोरी और नमक की पांच बोरियों की चोरी, वो भी एक्टिवा में रखकर बड़े ठाठ से ! इससे पहले की आप कुछ और सोचें...हम आपको बता दें कि जबलपुर में ये वारदातें हुई हैं और पुलिस के पास शिकायत भी पहुंची है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई...मतलब फरियादियों को इंसाफ नहीं मिला वो भी तब जब पुलिस मानती है कि ये जुर्म है...आप पूछेंगे ऐसा क्यों? तो इसी सवाल का जवाब मिलेगा आपको इस रिपोर्ट में. अलग-अलग केस स्टडी को जानने से पहले आप कानून की नई किताब की कुछ नई बातें जान लीजिए.