ग्वालियर (Gwalior) से घोटाले से जुड़ी जानकारी सामने आई है दरअसल, उप सरपंच (Sarpanch) और पंचायत (Panchayat) के सहायक सचिव ने अंत्येष्टि और अनुग्रह सहायता (Funeral and Ex-Gratia Assistance) राशि हड़पने के लिए गांव में ही रहने वाले चार लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिए. फिर इसके जरिए अंत्येष्टि सहायता राशि 5.5 हजार तो वहीं, दो लोग प्रीतम और रमेश के नाम की 2.2 लाख रुपये की अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत करवा दी. जबकि प्रीतम रमेश जिंदा है बता दें कि शातिर ने रोजगार सहायक ने जिन चार लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए. उनमें तीन लोग उपसरपंच सपना सिंह के परिवार के लोग ही हैं और इनके साथ सांठगांठ कर ये राशि हड़पी गई.