
भारत ने ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) को हराकर विश्वकप (Cricket World Cup) का आगाज जीत के साथ किया. इस मैच में विराट कोहली ने शानदार 85 रन बनाए, लेकिन आउट होने के बाद उन्हें ड्रेसिंग रूम में निराशा व्यक्त करते देखा गया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही. इशान किशन, रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर शून्य पर आउट हो गए और भारत का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 2 रन था. अगर भारत एक और विकेट खो देता तो इस मैच को जीतना भारत के लिए बहुत ही मुश्किल हो जाता, लेकिन विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल के साथ मिलकर भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया.
विराट कोहली (Virat Kohli) जब 12 रन के निजी स्कोर पर खेल रहे थे, उन्हें जीवनदान मिला. इसके बाद कोहली ने बिलकुल ही अलग ढंग से बल्लेबाजी की. उन्होंने केएल राहुल (KL Rahul) के साथ 165 रन की साझेदारी की और भारत को जीत के करीब लेकर गए, लेकिन वे आखिरी तक नहीं खेल पाए और आउट हो गए. 38वें ओवर में जॉस हेजलवुड की बाउंसर पर पुल करने के प्रयास में कोहली को मार्नस लाबुशेन ने कैच कर लिया. उन्होंने 116 गेंदों में 6 चौकों की मदद से शानदार 85 रन बनाए.
इतनी शानदार बल्लेबाजी के बावजूद भी कोहली परेशान दिखे. वह अपना शतक पूरा किए बिना ही डगआउट में वापस चले गए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक क्लिप में, कोहली ड्रेसिंग रूम में अपना गुस्सा और हताशा व्यक्त करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो दर्शाता है कि वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं थे.
— No-No-Crix (@Hanji_CricDekho) October 8, 2023
जीत का श्रेय विराट कोहली और केएल राहुल को जाता है : रोहित शर्मा
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने स्वीकार किया कि भारत की खराब शुरुआत के बाद वह घबरा गए थे. उन्होंने जीत का श्रेय केएल राहुल और विराट कोहली को दिया. रोहित शर्मा ने कहा, "मैं नर्वस था, आप अपनी पारी की शुरुआत इस तरह से नहीं करना चाहते. इसका श्रेय ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जाता है क्योंकि उन्होंने अच्छे क्षेत्रों में गेंदबाजी की लेकिन कुछ ढीले शॉट भी लगाए. जब आपके पास इस तरह का लक्ष्य होता है तो पावरप्ले में जितना संभव हो सके आप उतना ही स्कोर बनाना चाहते हैं. लेकिन इसका श्रेय विराट और केएल को जाता है कि उन्होंने जिस तरीके से लक्ष्य का पीछा किया. एक टीम के रूप में हमारे लिए यह चुनौती होगी कि अलग-अलग परिस्थितियों में जाना और खुद को ढालना, जो भी परिस्थितियों के अनुकूल होगा उसे आना होगा और काम करना होगा."
रोहित शर्मा ने कहा, "चेन्नई कभी निराश नहीं करती, वे अपने क्रिकेट से प्यार करते हैं और उनके लिए उस गर्मी में बैठना और बाहर आकर टीम का हौसला बढ़ाना बहुत कुछ कहता है."