
सरकारी रिकॉर्ड में जिंदा किसान मृत घोषित
सागर:
मध्य प्रदेश के सागर जिले की रहली तहसील के ग्राम छपरा में रहने वाले एक किसान को सरकारी तंत्र ने मृत घोषित कर दिया. सरकारी रिकॉर्ड में किसान के मृत होने के कारण किसान को मिलने वाली सम्मान निधि एक साल से नहीं मिल रही है. ऐसे में अब किसान अपने आप को जीवित बताने के लिए दर-दर भटक रहा है.
तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा है ज़िंदा किसान
दरअसल, रहली में छपरा ग्राम निवासी जीवन बसोर छपरा मौजा में एक एकड़ जमीन है किसान शासन के द्वारा मिलने वाली सम्मान निधि के पात्र हैं और उन्हें किसान सम्मान निधि मिल भी रही थी. लेकिन करीब एक साल पहले पटवारी द्वारा किसान को मृत घोषित कर दिया गया, जिस कारण किसान को सम्मान निधि मिलना अचानक बंद हो गई. अब किसान अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा है. इस मामले में तहसीलदार राजेश पाण्डेय ने दोषी पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करने और गलती को सुधारने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि किसानों के सहायतार्थ केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है, लेकिन संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते कई किसान इस योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं.
तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा है ज़िंदा किसान
दरअसल, रहली में छपरा ग्राम निवासी जीवन बसोर छपरा मौजा में एक एकड़ जमीन है किसान शासन के द्वारा मिलने वाली सम्मान निधि के पात्र हैं और उन्हें किसान सम्मान निधि मिल भी रही थी. लेकिन करीब एक साल पहले पटवारी द्वारा किसान को मृत घोषित कर दिया गया, जिस कारण किसान को सम्मान निधि मिलना अचानक बंद हो गई. अब किसान अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा है. इस मामले में तहसीलदार राजेश पाण्डेय ने दोषी पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करने और गलती को सुधारने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि किसानों के सहायतार्थ केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है, लेकिन संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते कई किसान इस योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं.