
Chhattisgarh Garba News: नवरात्रि पर्व 2025 के बीच छत्तीसगढ़ की सियासत एक बयान को लेकर गरमा गई है. वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज ने मुस्लिम युवाओं को गरबा आयोजनों से दूरी बनाने की नसीहत दी है. उनका कहना है कि इस्लाम में मूर्ति पूजा की कोई जगह नहीं है और गरबा नृत्य मां जगदंबा की आराधना का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि हिंदू समाज का पवित्र पर्व है और इसमें देवी की पूजा की जाती है, ऐसे में मुस्लिम युवाओं को इसमें शामिल होने से बचना चाहिए.
डॉ. सलीम राज के इस बयान ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है. बीजेपी ने जहां उनके बयान का स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस ने इसे बीजेपी का छिपा एजेंडा करार दिया है. बीजेपी विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि सलीम राज वरिष्ठ नेता हैं और उनके बयान का समर्थन किया जाना चाहिए.
मिश्रा ने कहा कि “गरबा का कल्चर पिछले दस सालों में तेजी से फैला है. भारत विविधताओं का देश है जहां हर समाज और धर्म के लोग रहते हैं. हर कोई अपनी आस्था के साथ त्योहारों में शामिल होता है. सलीम राज ऐसा-वैसा बयान नहीं देते, वह एक बड़े नेता हैं और उनकी नसीहत सही दिशा दिखाती है.”
ये भी पढ़ें- Shardiya Navratri 2025 Day 4: चौथे दिन करें मां कूष्मांडा की पूजा, मंत्र से आरती, भोग तक सब कुछ जानिए यहां
दूसरी ओर कांग्रेस मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने वक़्फ़ बोर्ड पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि “वक़्फ़ बोर्ड बीजेपी की टूलकिट की तरह काम कर रहा है. चेयरमैन सलीम राज अपनी लोकप्रियता बढ़ाने और वजूद बनाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. सामान्य तौर पर किसी भी धर्म के लोग दूसरे धर्म की पूजा-अर्चना में शामिल नहीं होते. हिंदू न तो मस्जिदों में जाते हैं और न ही मुस्लिमों को गरबा में पूजा करते देखा गया है. यह बीजेपी का प्रोपेगंडा है.”
ये भी पढ़ें- नवरात्रि 2025:'शक्ति' की प्रतीक 9 महिला IAS-IPS की कहानी, किसी से खौफ खाते हैं माफिया, तो किसी से कांपते हैं नक्सली
नवरात्रि के दौरान देशभर में माता की भक्ति और गरबे का माहौल है. मंदिरों और पंडालों में श्रद्धालु मां की आराधना में लीन हैं. ऐसे समय में छत्तीसगढ़ वक़्फ़ बोर्ड चेयरमैन का यह बयान न सिर्फ़ धार्मिक दृष्टि से, बल्कि राजनीतिक नजरिए से भी चर्चाओं में है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस पर अपनी-अपनी राजनीति चमकाने में जुटी दिखाई दे रही हैं.