World's poorest family: अपना मध्यप्रदेश अजब-गजब है. इसका एक प्रमाण अब फिर सामने आया है. यदि आपको दुनिया के सबसे गरीब परिवार से मिलना है तो वो मध्यप्रदेश के सागर में रहता है. जिसकी सालाना आय महज दो रुपये है. चौंकिए नहीं ! ये सच है.बाकायदा प्रशासन द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र में इस राशि का जिक्र है. इस परिवार का दावा है कि उसके पास सालाना कमाई मात्र 2 रुपए का प्रमाण पत्र मौजूद है, जिसे खुद बंडा के तहसीलदार ने साइन कर जारी किया है.
दरअसल सागर जिले के बंडा तहसील में एक गांव है घोघरा. यहां रहते हैं बलराम चढ़ार. उन्होंने आय प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था जो इसी साल 8 जनवरी को जारी हुआ.
अब तहसीलदार की लापरवाही का खामियाजा गरीब बलराम चढ़ार को भुगतना पड़ रहा है. इसकी वजह से उसके बेटे सौरभ चढ़ार को स्कॉलरशिप नहीं मिल पा रही है. जब भी वो आवेदन करता है तो गलत आय प्रमाण पत्र कह कर खारिज कर दिया जाता है. हालांकि बंडा तहसील के मौजूदा तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान ने कहा है कि घूघरा के बलराम चढ़ार को दो रुपए सालाना आय का प्रमाण पत्र वाला मेरे संज्ञान में आया है.
उनका कहना है कि उनकी पदस्थापना से पहले का मामला है. ऐसा प्रमाण पत्र कैसे जारी हो गया, इसकी वे जांच भी करा रहे हैं. चौहान ने साफ किया कि संबंधित को सुधार कर नया संशोधित प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. हालांकि जब तक ये जारी नहीं होता तब तक दुनिया के सबसे गरीब परिवार होने का रिकॉर्ड बलराम चढ़ार को सालता रहेगा.
डिस्क्लेमर: वैसे हम यहां साफ कर दें कि किसी परिवार को सबसे गरीब कह कर उनकी कोई तौहीन करने का हमारा इरादा कतई नहीं है. ये खबर हमारे सिस्टम की लापरवाही को उजागर करने के लिए है.