
भोपाल: केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बहनों, लखपति दीदीयों के साथ भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण किया. साथ ही शिवराज सिंह ने बहनों से संवाद कर उनके अनुभव सुनें. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मैं अपने देश और प्रदेश की सभी बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. भारत में हजारों साल पहले यह कहा गया है कि, जहां मां, बहन-बेटी को मान-सम्मान और इज्जत की नजर से देखा जाता है, वहीं देवता भी वास करते हैं.
'बहन-बेटियां देवी स्वरूपा'
आज का दिन अत्यंत विशेष रहा। स्वयं सहायता समूह की बहनों और लखपति दीदियों के साथ पौधा रोपा। साथ ही आत्मीय संवाद हुआ।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 8, 2025
हमारी बहनें अद्भुत उत्साह से भरी हैं, उनमें अपार क्षमताएं हैं। बहनें सशक्त हो, समृद्ध बनें और सपनों के आकाश में ऊंची उड़ान भरें; इसके लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री… pic.twitter.com/dU5HaYshaf
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, हमारे लिए बहनें और बेटियां देवी स्वरूपा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है, महिला सशक्तिकरण, हमारी बहनों का, बेटियों का आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण और सबसे जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण. बहनें गरीब क्यों रहें, उनकी आंखों में आंसू क्यों हों, वो मजबूर क्यों रहें, वह भी आर्थिक रूप से सक्षम बने और उनके चेहरे पर भी मुस्कुराहट रहे. इसमें भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत आजीविका मिशन एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहा है.
'745 जिलों के 7 हजार 138 ब्लॉक में हमारे ये समूह फैले हुए हैं'
शिवराज ने कहा कि, मुझे बताते हुए खुशी है कि, आजीविका मिशन से आज 91 लाख महिला स्वयं-सहायता समूह पूरे देश में है. जिससे लगभग 11 करोड़ दीदियां जुड़ी हुई है. 745 जिलों के 7 हजार 138 ब्लॉक में हमारे ये समूह फैले हुए हैं. हमारे क्लस्टर लेवल के भी ऑर्गेनाइजेशन बने हैं, जो इन समूहों को संगठित करने का काम करते हैं. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में इन समूहों को, संस्थाओं को 50 हजार करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई है. 50 हजार करोड़ रुपए की राशि इन समूहों को दी गई है, वह सहायता है, लेकिन 10 लाख 14 हजार करोड रुपए बैंकों से भी सस्ते ब्याज की दरों पर दिलाए गए हैं. अब आप कल्पना करिए कि, 10 लाख 14 हजार करोड़ रुपए बहनों के हाथ में आया उससे हमारी बहनों ने कई काम प्रारंभ किए हैं.
'तीन करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य'
शिवराज ने बहनों की तारीफ करते हुए कहा कि, आज जो मेरी लखपति दीदियां खड़ी हैं कोई बैंक सखी हैं, कोई कृषि सखी है, कोई टैक्स सखी है, कोई पशु सखी है ये अलग-अलग कार्यों में लगी हुई है. हजारों प्रकार के काम हमारी ये बहनें कर रही हैं. वर्तमान में सवा करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि, 3 करोड़ लखपति दीदी और बनानी है. बहुत जल्द हम ये लक्ष्य हासिल करेंगे और तीन करोड़ दीदियां, लखपति दीदी होंगी. वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, हम यहां रुकेंगे नहीं, हर बहन और बेटी को अभी भी आजीविका मिशन से समूहों से जोड़ेंगे. मोदी है तो मुमकिन है, बहनें गरीब नहीं रहेंगी, वो काम करेंगी, आगे बढ़ेंगी, भारत और अपने गांव को आगे बढ़ाएंगी. आज ये बहनें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुई है, बल्कि समाज में इनका मान-सम्मान, इज्जत बढ़ी है, सामाजिक सशक्तिकरण हुआ है.
'विकसित भारत बनाने में बहनों का योगदान होगा'
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों से बहन-बेटियों का शैक्षणिक सशक्तिकरण भी हो रहा है. मैं इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद देता हूं. अब अगले लोकसभा, विधानसभा चुनाव में 33% सीटों पर यह बहनें ही चुनाव लड़ेंगी. ये सांसद, विधायक, मंत्री बनेगी, बहनों, बेटियों की तकदीर भी बदलेगी और अपनी जिंदगी भी बदलेंगी और अपने देश को विकसित भारत के रूप में विकसित भारत बनाने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा.
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