Shivpuri : जुदाई बर्दाश्त नहीं... पति की मौत हुई तो पत्नी ने भी त्यागे प्राण, अनाथ बच्चों का दर्द रुला देगा

Shivpuri News : घटना के बाद 8 महीने की छोटी सी मासूम बेटी और 3 साल की दूसरी बड़ी बेटी अनाथ हो गईं क्योंकि पिता हार्ट अटैक में चल बसे. अब माँ ने मौत को गले लगा लिया.

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फाइल फोटो ( सांकेतिक )

MP News in Hindi : साथ जियेंगे, साथ मरेंगे वाली बातें आपने अक्सर फिल्मी गीतों में सुनी होगी... लेकिन शिवपुरी से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां तीन दिन पहले पति की मौत हो गई तो बीवी को इस कदर सदमा पहुंचा कि उसने तीन दिन में तीन बार आत्महत्या की कोशिश की. तीसरे दिन हुआ ये कि महिला ने ज़हर खा लिया. आनन-फानन में उसे हॉस्पिटल भेजा गया कि उसकी जान बच जाए.... लेकिन युवती ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों उसके पति महेश (26) की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. दोनों में प्यार इतना गहरा था कि मौत के बाद पति चला बसा तो युवती अलगाव बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. ये ही वजह थी कि उसने लगातार एक के बाद एक तीन बार आत्महत्या की कोशिश की. हालत बिगड़ी तो उसे कुछ लोग अस्पताल लेकर आए... लेकिन जिंदगी बचाई नहीं जा सकी.

साल 2019 में हुई थी शादी

सात फेरों के बंधन में सात वचन लेकर ये जोड़ा साल 2019 में परिणय सूत्र में बंधा था. पति का नाम मुकेश राजपूत था जिसकी उम्र 26 और 27 साल के आसपास थी. हार्ट अटैक से शनिवार को उसने दम तोड़ दिया. ये बात उसकी पत्नी गीता राजपूत सहना नहीं कर पाई. इस घटना से आहत होकर वह जिंदगी से ऐसा रूठी कि उसने भी अपनी जीवन लीला खत्म करने का मन बना लिया. गीता ने सबसे पहले खुद को फांसी पर लटकाया. सफल नहीं हुई तो नस काटी और फिर जहर खा लिया.

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महिला की आखिरी तस्वीर 

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दो बेटियों से उठ गया मां-बाप का साया

घटना के बाद 8 महीने की छोटी सी मासूम बेटी और 3 साल की दूसरी बड़ी बेटी अनाथ हो गईं क्योंकि पिता हार्ट अटैक में चल बसे. अब माँ ने मौत को गले लगा लिया. अब दुधमुंही बच्ची बिलख-बिलख कर अपनी माँ को पुकार रही है, लेकिन माँ लौटे भी तो कैसे? परिवार वालों से जाते-जाते युवती कह गई गई है, "हमने खाई थी साथ जीने-मरने की कसम. "

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