
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में 'लाडली बहन योजना' की शुरुआत की है. इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत महिलाओं की आय बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है. ऐसे में प्रदेश की लाखों महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है. बात करें खंडवा जिले की तो यहां पर भी तकरीबन ढाई लाख महिलाएं इससे लाभांवित हो रही है लेकिन इस बीच ऐसी भी खबर सामने आई है कि 'लाडली बहन योजना' के पोर्टल पर खंडवा जिले की 132 महिलाओं ने अपना नाम वापिस ले लिया है. ऐसे में आइए इसका कारण जानने की कोशिश करते हैं.

जरीना बी
खुद-ब-खुद पैसा आना हुआ बंद
खंडवा के गंज बाजार वार्ड की रहने वाली जरीना बी इस बारे में बात की गई. जरीना किराए के एक कच्चे मकान में रहती हैं. जरीना और उसके पति मजदूरी कर घर का गुजर बसर करते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली बहन योजना' से इन्हें घर खर्च और किराए में सहायता मिलने लगी थी लेकिन अब इनका नाम लाडली बहन योजना से कट गया है. इसके पीछे विभाग का तर्क है कि जरीना ने लाडली बहन योजना का परित्याग कर दिया है लेकिन इस बारे में जरीना कहती है कि ना तो उन्हें कोई मैसेज मिला ना उन्हें इसकी कोई जानकारी है.
...कैसे हटा योजना में से नाम?
जरीना को अब तक लाड़ली बहन योजना के तहत दो किस्तें मिली थी. उसके बाद उनका पैसा आना बंद हो गया. अब वे मोबाइल पर शिवराज भैया के मैसेज का इंतजार करती है. इतना ही नहीं जरीना ने CM शिवराज से गुहार भी लगाई है. वही खंडवा के सरोजिनी नायडू वार्ड में रहने वाली नीलू विश्वकर्मा के भी ऐसे हालात है. नीलू विश्वकर्मा की उम्र 52 साल है. नीलू को पता ही नहीं कब उनका नाम इस योजना से हट गया. वह भी शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगा रही है कि उन्हें वापस से इस योजना का लाभ दिया जाए और तय राशि की मदद की जा सके.

नीलू विश्वकर्मा
जिले की 132 महिलाएं और भी हैं
जरीना और नीलू की तरह ही खंडवा जिले की 132 महिलाएं और भी हैं. जिनका नाम लाडली बहन योजना के पोर्टल पर परित्याग की लिस्ट में शामिल है. खंडवा जिले की इस लिस्ट में सबसे ज्यादा परित्याग करने वालो में निम्न गांवों की महिलाओं के नाम है:
• पंधाना की 37
• खालवा की 29
• पुनासा की 15
• छैगांवमाखन की 13
• खंडवा की 14
• हरसूद की 8
• बलड़ी की 5
• छनेरा की 2 समेत अन्य महिलाएं
लेकिन इसमें से ज्यादातर महिलाओं को पता ही नहीं कि उनका नाम इस योजना को परित्याग करने वालों की लिस्ट में कैसे शामिल हुआ. विभाग के अधिकारी दबी जुबान से कहते नजर आ रहे हैं कि टेक्निकल इशू के चलते कोई दिक्कत आई होगी. लेकिन उनका कहना है कि बिना OTP डाले कोई भी लाडली बहन योजना से बाहर नहीं हो सकती. बहरहाल, लाडली बहनों के सामने शिवराज सिंह चौहान का चेहरा है. वे उन्हीं से आस लगाए हुए हैं कि शिवराज भैया एक बार फिर उन्हें इस योजना में शामिल कर इसका लाभ दिलवाएंगे.
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