2024 Lok Sabha Election: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की रणनीति बनाने में बीजेपी अभी जुट गई है. बीजेपी (BJP) ने देशभर की 552 लोकसभा सीटों को 146 क्लस्टर में बांटा है. वहीं, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 29 सीटों को 7 क्लस्टर में बांटा है. हर क्षेत्र के कद्दावर नेता को क्लस्टर की जिम्मेदारी दी गई है. सभी प्रभारियों को मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय में बुलाया गया है. इस दौरान गांव चलो अभियान को लेकर पार्टी जिम्मेदारी तय करेगी. माइक्रो लेवल पर जन प्रतिनिधियों और दूसरी पार्टी के नेताओं को साथ मिलाने को लेकर स्ट्रेटजी बनाई जाएगी. इसके साथ ही रूठों को मनाने और साथ छोड़ चुके नेताओं की घर वापसी का जिम्मा भी अलग-अलग नेताओं को सौंपा जाएगा.
लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी पार्टियां अब मिशन 2024 की रणनीति बनाने में जुट गई है. 2023 के विधानसभा चुनावों के नतीजे को मद्देनजर रखते हुए सभी पार्टियां आगे का रोड मैप बनाने के लिए काम कर रहीं है. दरअसल, 2023 में हुए 5 राज्यों के चुनाव को लोकसभा चुनाव 2024 के सेमी फाइनल के तौर पर लड़ने वाली बीजेपी, अब 2023 के मॉडल पर फिर एक बार भरोसा जाताती हुई नजर आ रही है. मध्य प्रदेश विधानसभा के नतीजे दोनों ही पार्टियों के लिए खास था. लेकिन, इस चुनाव में क्षेत्रीय स्तर पर जिम्मेदारी तय करना कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ था. चूंकि, मध्य प्रदेश हमेशा से ही बीजेपी के लिए प्रयोगशाला के तौर पर देखा जाता है. ऐसे में अब बीजेपी एमपी के हिट फॉर्मूले को लोकसभा में भी आजमाने जा रही है, जिसके चलते देशभर की सभी 552 लोकसभा सीटों को क्षेत्रवार 146 क्लस्टर में बांटा गया है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों को 7 क्लस्टर में बांटा गया है. हर क्लस्टर में 4 से 5 सीटों को जगह दी गई है.
एमपी के फॉर्मूले पर काम करेगी भाजपा
मध्य प्रदेश बीजेपी के चुनावी मैनेजमेंट को लेकर केंद्रीय नेतृत्व पहले ही प्रदेश संगठन की सराहना कर चुका है. एमपी में इस फॉर्मूले की सफलता के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने एमपी के मैनेजमेंट का प्रेज़न्टेशन भी दिया था. लिहाजा, भाजपा अब देशभर में इस फॉर्मूले के आधार पर रणनीति बनाकर पार्टी को आगे बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है.
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दरअसल, बीजेपी हमेशा ही चुनावी मोड में रहती है. लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर पार्टी ने 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दरमियान ही अपनी मंशा साफ कर दी थी. 5 राज्यों का चुनाव कहीं ना कहीं 24 के लोकसभा चुनाव के चलते ही मोदी के नाम और चेहरे पर लड़ा गया था. ऐसे में 2023 का सबसे सफल एमपी मॉडल अब देशभर में बीजेपी ने अमल में लाना शुरू कर दिया है. हालांकि, ये मॉडल लोकसभा में क्या असरकारी होगा, ये तो देखने वाली बात होगी.
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