CM साहब !वादा था- ₹450 में सिलेंडर देने का, 32.62 लाख बहनें पूछ रही हैं- कब मिलेगा ?

मध्यप्रदेश में कांग्रेस का दावा था कि वो चुनाव जीतने पर 500 रु में गैस सिलेंडर देगी, तब बीजेपी ने नहले पर दहला मारा और कहा- पहले सावन में लाडली बहना को 450 में गैस सिलेंडर देंगे. इसके बाद चुनाव के दौरान ऐलान कर दिया कि लाडली बहना की पात्र हितग्राहियों को सालभर 450 रुपये में ही गैस सिलेंडर मिलेगा ... लेकिन हकीकत क्या है देखिये ये ग्राउंड रिपोर्ट

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MP Gas Cylinder News: वो तारीख थी 15 सितंबर- 2023. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने टीकमगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में ऐलान किया था कि  प्रदेश की लाड़ली बहनों को मात्र 450 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा. तब इसके साथ कुछ शर्तें भी नत्थी थीं लेकिन सस्ता गैस सिलेंडर (cheap gas cylinder)मिलने की आस देख रही महिलाओं के लिए ये बड़ी राहत थी..इसके बाद चुनाव में भी ये मुद्दा उठा...तब कांग्रेस का दावा था कि वो 500 रु में गैस सिलेंडर देगी. मौका चुनाव का था लिहाजा बीजेपी ने नहले पर दहला मारा और कहा- पहले सावन में ही लाडली बहनों को ₹450 में गैस सिलेंडर दे देंगे. इसके बाद सालभर इसी छूट के तहत सिलेंडर देने का वादा भी हुआ...लेकिन जब NDTV ने इन वादों की हकीकत जानने की कोशिश की तो पता चला कि प्रदेश की 32.62 लाख बहनों को फिलहाल ऐसी कोई सब्सिडी नहीं मिल रही है. कुछ उदाहरण इसकी तस्दीक करते हैं. यहां एक दिलचस्प बात ये भी है कि राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को ही अपने राज्य में 450 रुपये में गैस सिलेंडर देना का ऐलान कर भी दिया है. 

भोपाल के भीमनगर में रहने वाली शशि गवड़े का पांच लोगों का परिवार है. उन्हें लाडली बहना योजना में 1250 रु.में सिलेंडर मिलता है. गैस का कनेक्शन भी इनके नाम पर है. शिवराज के ऐलान के बाद 910 रु में सिलेंडर मिला और सब्सिडी के 460 रुपये खाते में आ गए. यानी शशि को सिलेंडर 450 रुपये का पड़ा. वो खुश थीं लेकिन अब 3 महीने से वो सब्सिडी का इंतजार ही कर रही हैं. 

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अभी हमें 910 रुपये का सिलेंडर मिल रहा है एक बार सितंबर माह में कुछ सब्सिडी आयी थी लेकिन उसके बाद से हम सब्सिडी का इंतज़ार ही कर रहे हैं. महीने भर में सिलेंडर ख़त्म हो जाता है, बड़ा परिवार है बहुत परेशानी होती है. उज्जवला योजना में भी नाम है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. 

शशि गवड़े

हितग्राही, भोपाल

 कुछ ऐसा ही हाल मजदूरी करने वाली पूनम का भी है. उनके पास लाड़ली बहना का पैसा तो आ रहा है लेकिन सब्सिडी नहीं मिल रही है. उन्हें सिर्फ सितंबर महीने में ही सब्सिडी मिली थी. 

अभी तो कुछ भी नहीं दिया जा रहा है, शायद से बाद में करें. हम बैठे रहते हैं कभी-कभार तो सिलेंडर भराने को भी पैसे नहीं रहते. उधार लेकर भी काम चलाना पड़ता है. बच्चों की पढ़ाई में पूरा ख़र्चा हो जाता है. पहले बुकिंग होती है ,फिर लंबी लाइन में मज़दूरी करके जैसे-तैसे काम चला रहे हैं.

पूनम

गृहणी

दरअसल प्रदेश में चुनावी आचार संहिता लगने से ठीक पहले 6 अक्तूबर को पूनम और शशि जैसी हितग्राहियों के खाते में 219 करोड़ रु की कुल राशि आ गई थी, लेकिन उसके बाद से 909 रु. के सिलेंडर पर किसी को सब्सिडी नहीं मिली. यहां ये बात भी गौर करने वाली है कि बीजेपी का संकल्प पत्र जिसे मोदी की गारंटी कहा गया उसके 9वें पन्ने पर साफ लिखा है कि 450 रु में गैस सिलेंडर उज्जवला योजना और लाडली बहना के लाभार्थियों को मिलेगा.

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जब इस संबंध में मोहन सरकार में राज्यमंत्री कृष्णा गौर से सवाल किया गया तो उन्होंने बचाव करते हुए कहा- मुख्यमंत्री पहले ही साफ कर चुके हैं कि संकल्प पत्र हमारे लिए गीता-रामायण की तरह पवित्र है. संकल्प पत्र में हमने जो भी वादे किए हैं वो पूरे किए जाएंगे. इसके बाद और कुछ सोचने की कहीं कोई ज़रूरत नहीं है. 


दूसरी तरफ मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी मंत्री जी की बातों से इतफाक नहीं रखते. उनका कहना है कि 450 रुपये में सिलेंडर मोदी की गारंटी थी, वो पूरी क्यों नहीं हुई अब तक जबकि कहा गया था सरकार बनने पर इसे पूरा किया जाएगा. मंत्रिमंडल नया बना है तो हमें आशा है कि इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा. जाहिर है 450 रुपये में सिलेंडर देने के वायदे की हकीकत क्या है ये तो शशि या पूनम जैसे हितग्राही बता ही रहे हैं. अब सरकारी सूत्रों का कहना है कि वित्त विभाग में डिमांड रखी गई है पैसे मिलते ही इस वायदे को पूरा किया जाएगा. हालांकि कोई भी ये बताने को तैयार नहीं है कि ये कब तक संभव होगा? 

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