Madhya Pradesh News: विदिशा जिले के सिरोंज वन क्षेत्र में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के दौरान करीब 100 हेक्टेयर वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है. यह अभियान सिरोंज वन क्षेत्र की देवपुर बीट के कक्ष क्रमांक P-516 में चलाया गया, जहां लंबे समय से वन भूमि पर अवैध कब्जे बने हुए थे.
यह कार्रवाई वन मण्डल अधिकारी हेमंत यादव के मार्गदर्शन में और उप वन मण्डल अधिकारी हिमांशु त्यागी की उपस्थिति में की गई. विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस बल और मशीनों की मदद से पूरे इलाके को खाली कराया. इस दौरान 32 अतिक्रमणकारियों के अवैध कब्जे हटाए गए, जो वर्षों से इस वन भूमि पर खेती कर रहे थे.
6 जेसीबी और पांच ट्रैक्टरों से हुआ समतलीकरण
अभियान के दौरान वन विभाग ने 6 जेसीबी मशीनें और 5 ट्रैक्टर लगाकर कब्जाई गई भूमि पर बने खेतों, मेड़ों और गड्ढों को समतल किया. वन अधिकारियों का कहना है कि यह भूमि अब पुनर्वनीकरण के लिए तैयार की जा रही है ताकि इसे पुनः अपनी प्राकृतिक अवस्था में लाया जा सके.
इस क्षेत्र में भविष्य में वृक्षारोपण, जल संरक्षण और मिट्टी संरक्षण के कार्य किए जाएंगे. उद्देश्य यह है कि यह भूमि न केवल हरी-भरी हो, बल्कि स्थानीय जैव विविधता को भी पुनर्जीवित किया जा सके.
रेंजर बृज मीणा का बयान
रेंजर बृज मीणा ने बताया, 'हमारी पूरी टीम ने संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया है. हमारा लक्ष्य केवल भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराना नहीं, बल्कि यहां पुनर्वनीकरण और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी आगे बढ़ाना है. आने वाले दिनों में इस भूमि पर पौधरोपण कर इसे हरियाली से आच्छादित किया जाएगा.'
वर्षों से कब्जे में थी वन भूमि
जानकारी के अनुसार, सिरोंज के देवपुर बीट की यह वन भूमि कई वर्षों से अतिक्रमणकारियों के कब्जे में थी. वन विभाग द्वारा कई बार चेतावनी और नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अवैध कब्जे हटाए नहीं गए थे. अंततः विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए संयुक्त टीम गठित की और मौके पर जाकर कार्रवाई शुरू की.
अब बनेगा ‘ग्रीन जोन'- पुनर्वनीकरण और जल संरक्षण की तैयारी
वन विभाग अब इस पूरी भूमि पर सघन वृक्षारोपण अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है. इसके तहत यहां स्थानीय प्रजातियों के पौधे, जैसे- नीम, बड़, पीपल, सागौन और आम लगाए जाएंगे. साथ ही जल संरक्षण के लिए तालाबों और जलस्रोतों के पुनर्जीवन की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे यह क्षेत्र भविष्य में स्थायी हरित क्षेत्र (Green Zone) के रूप में विकसित हो सके.
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम
सिरोंज वन क्षेत्र में की गई यह कार्रवाई केवल अतिक्रमण हटाने की पहल नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ठोस और प्रेरणादायक कदम भी है. वन विभाग की यह पहल आने वाले समय में न केवल स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगी, बल्कि सिरोंज के लोगों को हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण का तोहफा भी देगी.
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