Ujjain Latest News: मध्य पर्देश के उज्जैन में दिव्यांगता का फर्जी प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल करना चार शिक्षकों को भारी पड़ गया है. इसका खुलासा होते ही शिक्षा विभाग ने चारों को बर्खास्त (Dismissed) कर दिया है. यह मामला उज्जैन (Ujjain) जिले की प्राथमिक शासकीय विद्यालय का है. मामले में विभाग तीनों पर कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है.
जांच के बाद हुई कार्रवाई
शिक्षा विभाग के मुताबिक, साल 2023 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी, जिसमें दिव्यांगों के लिए आरक्षित पद होने पर भिंड के दीपक शुक्ला, अशोक जैन, ग्वालियर (Gwalior) के अनिल शर्मा और इंदौर (Indore) के रमेश दावड़े ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर खुद को शारीरिक रूप से दिव्यांग बताते हुए नौकरी हासिल कर ली थी. इस मामले की शिकायत होने के बाद भोपाल स्थित लोक संचालनालय आयुक्त ने तीनों के मेडिकल बोर्ड से जांच के आदेश दिए थे. इस दौरान तलब करने पर अनिल शर्मा अनुपस्थित रहे, जबकि दीपक और रमेश को जांच में दिव्यांग नहीं पाया गया. ऐसे में शासकीय सेवा शर्तों केअनुसार झूठे दस्तावेज दिखाकर नौकरी हासिल करने पर तीनों को बर्खास्त कर दिया गया. बताया जा रहा है कि विभाग जांच के बाद तीनों के खिलाफ FIR भी दर्ज करा सकता है.
ये भी पढ़ें भटक गया 'राम वन गमन पथ'... 16 साल से फाइलों में दबी योजना, चुनाव आते ही याद आ जाते हैं राम !
चार की और नौकरी गई
जिला शिक्षा विभाग के अनुसार चार लोगों की और नियुक्ति हुई थी. नियम अनुसार अब तक ज्वाइन नहीं करने के कारण उन्हें लगातार पत्र भेजे गए. बावजूद इसके अब तक जवाब नहीं देने और ड्यूटी ज्वाइन नहीं करने के कारण उन्हें भी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
ये भी पढ़ें Ujjain: खेल-खेल में दो मासूमों ने पिया कीटनाशक, एक की मौत, हादसे से आहत मां ने उठाया ये खौफनाक कदम