Ujjain Rape Case: 3 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ, संदिग्ध के खिलाफ नहीं मिले पुख्ता प्रमाण

Ujjain Rape Case: उज्जैन रेप कांड मामले में घटना के 3 दिन बाद भी पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पाई है. हालांकि अब इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. विपक्ष कानून व्यव्सथा को लेकर लगातार शिवराज सरकार पर निशाना साध रहा है.

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महाकाल की नगरी उज्जैन शर्मसार, 12 वर्षीय अर्द्धविक्षिप्त किशोरी के साथ रेप.
उज्जैन:

Ujjain Rape Case: मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में हुए बालिका रेप कांड (Girl Rape Case)में तीन दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक असली गुनहगार तक नहीं पहुंच पाई है. पुलिस ने एक संदिग्ध ऑटो चालक (Suspicious Auto Driver) को हिरासत में लिया है लेकिन उसके खिलाफ भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाए हैं. इसी वजह से पुलिस इस मामले में साफ जानकारी देने की स्थिति में नहीं है और कई बिंदुओं पर जांच का हवाला दे रही है. 

पुलिस को नहीं मिले पुख्ता सबूत

दरअसल सोमवार सुबह करीब 12 वर्षीय अर्ध विक्षिप्त बालिका लहूलुहान और अर्धनग्न हालत में  बड़नगर रोड़ स्थित दांडी आश्रम (Dandi Ashram) के नजदीक मिली थी. आश्रम के आचार्य राहुल सिंह से सूचना मिलने पर पुलिस बालिका को अस्पताल ले गई,जहां मेडिकल रिपोर्ट (Medical Report) में दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी.

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मुझे पीड़ित बालिका सुबह करीब 9.30 बजे आश्रम के पास सड़क पर मिली थी. मैंने उसे तन ढंकने के लिए कपड़े दिए. मैंने उससे उसके मां-बाप का पता और मोबाइल नंबर पूछा लेकिन वो नहीं बता पाई. मैंने ही पुलिस को कॉल कर बुलाया. जिसके बाद पीड़िता को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया.

आचार्य नरेंद्र सिंह

दांडी आश्रम

पुलिस ने लड़की की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे इंदौर के अस्पताल में रेफर कर दिया था. इसी दौरान मंगलवार को कुछ CCTV फुटेज सामने आए जिसमें पीड़िता तिरुपति ड्रीम्स के लोगों से मदद मांगती दिखी थी. फुटेज वायरल होते ही शहर में हंगामा मच गया. मामले में महाकाल थाना पुलिस (Mahakal police station) पाक्सो एक्ट व दुष्कर्म का केस दर्ज कर आरोपी बदमाश की खोजबीन कर रही है.

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इसी दौरान पुलिस ने एकता नगर निवासी एक आटो चालक को संदिग्ध मानते हुए पकड़ा. पुलिस को उसके ऑटो से ब्लड के निशान मिले थे. पुलिस ने उस ऑटो को भी कब्जे में ले लिया है. लेकिन पूछताछ में उसे ऑटो चालक के खिलाफ कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले

.इसी वजह से एसपी सचिन शर्मा खुद ही कह रहे हैं कि उनके द्वारा गठित स्पेशल टीम अन्य बिंदुओं की जांच कर रही है. 

पीड़िता की भी पुख्ता पहचान नहीं मिली

पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पीड़िता अर्ध विक्षिप्त होने के कारण अपना नाम,पता और घटना नहीं बता पा रही है.अभी तक की पड़ताल में सिर्फ यही माना जा रहा है कि वो यूपी के प्रयागराज की हो सकती है. दूसरी तरफ पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर FIR में दर्ज किया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसका मुंह दबाकर उसके साथ गलत हरकत की है. इस मामले देर रात आईजी संतोष सिंह ने केस डायरी भी तलब की है. अच्छी बात ये है कि पीड़िता की जान को खतरे में देखकर पुलिस कर्मियों ने उसे ब्लड डोनेट भी किया है. 

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पुलिस कंट्रोल रूम पर धरना

दूसरी तरफ उज्जैन में हुए बालिका रैप कांड में सियासत भी तेज हो गई है. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष उज्जैन जिला प्रभारी शोभा ओझा ((Shobha Oza)) ने दर्जनों समर्थकों के साथ बुधवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव कर नारेबाजी की. उन्होंने  प्रदेश में महिलाओं को असुरक्षित बताते हुए पीड़ित बालिका के दोषियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग कर एसपी को ज्ञापन सौपा.इससे पहले शोभा ओझा ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर कहा, 'इस घटना से स्तब्ध हूं, नि:शब्द हूं... केवल इतना कहूंगी कि प्रदेश का मुखिया बेशरम है, ये जंगलराज का चरम है.'

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