मध्यप्रदेश के उज्जैन में दो हादसों के बाद पुलिस चाइनीज मांझे पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में रविवार शाम नीलगंगा पुलिस ने एक नाबालिग सहित पांच लोगों को करीब चार दर्जन चाइनीज मांझा रील के साथ गिरफ्तार किया है. चाइनीज मांझे के उपयोग और बिक्री पर रोक के बावजूद इस तरह की गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने सख्त संदेश देने के उद्देश्य से मुख्य आरोपियों का उठक-बैठक लगवाते हुए जुलूस निकाला. इस दौरान आरोपी कान पकड़कर तौबा करते नजर आए.
टीआई तरुण कुरील ने बताया कि शिवांश एलियंस बिल्डिंग के पीछे चाइनीज मांझे की खरीद फरोख्त की सूचना मिली थी. पुलिस ने मौके पर दबिश देकर मनीष कुकरेजा, हर्ष बारोड और एक नाबालिग को 24 रील चाइनीज मांझे के साथ पकड़ा. पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह मांझा देसाई नगर निवासी प्रताप तोमर और महाकाल सिंधी कॉलोनी निवासी निखिल निहालचंदानी से खरीदा गया था. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया. उनके कब्जे से 23 रील चाइनीज मांझा बरामद किया गया. कुल 47 रील चाइनीज मांझा जब्त किया गया, जिसकी कीमत करीब 30 हजार रुपये आंकी गई है.
कान पकड़कर की तौबा
दरअसल, चाइनीज मांझे से होने वाले हादसों को देखते हुए कलेक्टर रोशन कुमार सिंह द्वारा जिले में इस पर प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के निर्देश पर पतंग और मांझा कारोबारियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. इसी सख्ती के तहत चाइनीज मांझे के साथ पकड़े गए तीन मुख्य आरोपियों को सार्वजनिक रूप से कान पकड़कर उठक बैठक लगवाई गई और जुलूस निकाला गया, ताकि समाज में सख्त संदेश जाए.
दो की जान फंसी मुश्किल में
चाइनीज मांझा हर साल जानलेवा साबित हो रहा है. वर्ष 2022 में जीरो पॉइंट ब्रिज पर चाइनीज मांझे से गला कटने के कारण एक युवती की मौत हो गई थी. वहीं छह दिन पहले इसी ब्रिज पर एक युवक चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया था, जिससे उसके गले में गंभीर चोट आई थी. इसके अलावा एक 8 वर्षीय बालक भी चाइनीज मांझे के कारण हाई टेंशन लाइन की चपेट में आकर झुलस गया था.