Ujjain Mahakal Temple Bhasm Aarti : मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर कि भस्म आरती में प्रवेश को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. बता दें, भस्म आरती और दर्शन के लिए RFID बेंड अनिवार्य कर दिया गया. इसके बावजूद प्रभावशाली नियम मानने को तैयार नहीं है. यही वजह है कि शुक्रवार तड़के भस्म आरती के दौरान भस्मआरती में प्रवेश को लेकर मारपीट हो गई. मंदिर कर्मचारी का आरोप है कि कोर्ट के दो कर्मचारियों को लोगों को फर्जी तरीके से एंट्री करवाने से रोका, तो उन्होंने मारपीट कर दी. मारपीट का वीडियो सामने आया है, जिसमें श्रद्धालुओं के सामने घटना हो रही है.
मंदिर परिसर में एंट्री को लेकर विवाद हो गया
महाकाल मंदिर की भस्म आरती में लगातार फर्जी रूप से एंट्री की शिकायत आने पर मंदिर प्रशासन ने 15 नवंबर को RFID बेंड से एंट्री शुरू कर दी थी. नई व्यवस्था से फर्जी तरीके से प्रवेश पर लगभग रोक लग गई थी. लेकिन शुक्रवार तड़के 3 बजे मंदिर परिसर में एंट्री को लेकर विवाद हो गया और स्थिति मारपीट पर पहुंच गई. मंदिर कर्मचारी ओम योगी ने एक वीडियो जारी कर आक्रोश जताते हुए कहा कि उसकी मंदिर के गेट नम्बर एक पर ड्यूटी होने से सुबह चेकिंग कर श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवा रहा है. इसी दौरान कोर्ट कर्मचारी मोहन अजमेरी और सोनू जाटवा करीब एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु को बिना RFID बेल्ट बांधे मंदिर में प्रवेश करवाने लाए.
कोर्ट कर्मचारियों ने महाकाल कर्मियों को पीटा
ओम योगी ने आगे बताया कि उन्हें रोकने का कहा तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की. घटना के समय देश भर से आए सैकड़ों श्रद्धालु गेट नम्बर एक पर लाइन में लगे थे और उनके सामने ही दोनों कर्मचारियों ने मारपीट की. कर्मचारी योगी ने आरोप लगाया कि कोर्ट के दोनों कर्मचारी फूल प्रसादी वालों द्वारा लाए गए.श्रद्धालुओं की फर्जी एंट्री करवाते है. घटना की महाकाल थाने में शिकायत कर दी.
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कलेक्टर ने लिया संज्ञान
कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा है कि मामला सामने आया है. वीडियो फुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इधर महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि कोर्ट के 10 पॉइंट थे लेकिन कोर्ट के दोनों कर्मचारी 19 लोगों को अंदर ले गए, जबकि अनुमति सिर्फ 10 लोगों की थी. इधर घटना के तुल पकड़ने पर प्रशासन और कोर्ट में हड़कंप मच गया.
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