Baba Mahakal Mandir Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में होली पर गुलाल से आग लगने की घटना को देखते हुए बुधवार शाम मंदिर प्रबंध समिति के साथ आपातकालीन बैठक हुई. यहां तय किया गया कि रंग पंचमी पर दर्शनार्थी मंदिर में रंग नहीं ले जाएंगे. सिर्फ मुख्य पुजारी ही बाबा महाकाल (Baba Mahakal) को एक लोटा केसर का रंग चढ़ा सकेंगे. वहीं हादसे में घायल लोगों को मंदिर समिति एक-एक लाख रूपए आर्थिक सहायता देगी. इधर आगजनी की जांच रिपोर्ट भी कल कलेक्टर को सौंपेगी, जिससे घटना के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है.
प्रतीकात्मक होली खेली जाएगी
महाकाल मंदिर में होली पर भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह में हुई आगजनी की घटना में पुजारी सहित 14 लोगों के जलने के बाद कलेक्टर नीरज सिंह व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयासरत हैं. इसी के चलते बुधवार की को शाम महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की आपातकालीन बैठक हुई. कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तय किया गया कि 30 मार्च को रंगपंचमी पर भस्म आरती के साथ अन्य आरती के दौरान महाकाल की पूजन में सिर्फ प्रतीकात्मक होली खेली जाएगी. बाबा महाकाल को अर्पित करने के लिए मंदिर समिति पुजारी को एक लोटा केसर के रंग देगी. वहीं आगजनी में घायल सभी लोगों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंदिर की ओर से दी जाएगी.
दर्शनार्थियों की गेट पर चेकिंग
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि बैठक में रंगपंचमी पर भस्म आरती सहित सभी आरती के दौरान श्रद्धालुओं के बाहर से रंग-गुलाल लेकर आने पर प्रतिबंध लगाया है. मंदिर के प्रवेश गेट पर ही सुरक्षा गार्ड व कर्मचारी श्रद्धालुओं की चेकिंग करेंगे. वहीं अब मंदिर के सभी नियमों का कड़ाई से पालन करवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें Loksabha Election : गजब है सतना की जिला निर्वाचन शाखा ! ये कारनामा जान आप भी हो जाएंगे हैरान
जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
बता दें कि महाकाल हादसे में पुजारी सहित 14 लोगों के झुलसने पर CM डॉ मोहन यादव ने मजिस्ट्रियल जांच (Magisterial Inquiry)की आदेश दिए थे. जिसके चलते कलेक्टर नीरज सिंह ने ADM अनुकूल जैन और जिला पंचायत CEO मृणाल मीणा को तीन दिन में जांच के आदेश दिए थे. दोनों अधिकारियों ने जांच करते हुए गुलाल से आग लगना सामने आने पर गुलाल के सेंपल परीक्षण के लिए भेजे थे. वहीं घायलों के साथ ही मौके पर मौजूद दर्शनार्थियों के बयान दर्ज किए. बताया जा रहा है कि जांच में कुछ कर्मचारी और पुजारी के लापरवाही सामने आई है. रिपोर्ट गुरुवार को कलेक्टर को मिलने के बाद संभावना जताई जा रही है कि दोषियों पर गाज गिर सकती है.
ये भी पढ़ें Ujjain: महाकाल के जयकारे लगाते हुए जलती आग पर चले श्रद्धालु, जानें क्या है इसकी वजहें