MP: पगड़ी धारण कर नगर भ्रमण पर निकले महाकाल के सेनापति, दर्शन के लिए उमड़ा हुजूम 

MP News: मध्य प्रदेश के उज्जैन भैरवगढ के प्रसिद्ध श्री काल भैरव मंदिर से हर साल डोल ग्यारस पर बाबा काल भैरव की सवारी निकाली जाती है.

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Madhya Pradesh News: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के सेनापति बाबा श्री काल भैरव पगड़ी धारण कर नगर भ्रमण पर निकले. परंपरानुसार डोल ग्यारस पर काल भैरव मंदिर पर कलेक्टर- एसपी ने बाबा काल भैरव की पूजा की और सवारी निकली.

बाबा काल भैरव को दी सलामी

भैरवगढ़ स्थित प्रसिद्ध श्री काल भैरव मंदिर से हर साल डोल ग्यारस पर बाबा काल भैरव की सवारी निकाली जाती है. इसी परंपरा के चलते शनिवार शाम 4 बजे  कलेक्टर नीरज सिंह व एसपी प्रदीप शर्मा ने मंदिर पहुंचकर बाबा काल भैरव का पूजन किया. सवारी को मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस ने बाबा काल भैरव को सलामी दी.

कलेक्टर-एसपी ने भगवान की पालकी को कंधा लगाकर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया. सवारी में  सशस्त्र पुलिस बल, बैंड, ढोल, ध्वज, घोड़े, बग्घी के साथ ही बड़ी संख्या में भक्त भी शामिल थे.

जेल के कैदियों ने लगाए जयकारे

काल भैरव मंदिर से निकली सवारी  केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पहुंची.यहां  जेल प्रशासन ने भगवान काल भैरव की अगवानी के लिए साज-सज्जा की  थी.जेल सुपरिटेंडेंट मनोज साहू  ने पालकी में विराजित बाबा काल भैरव का पूजन आरती की.यहां बाबा को जेल प्रहारियो द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया.इस दौरान जेल के अंदर से बड़ी संख्या में कैदियों ने भी बाबा भैरवनाथ के दर्शन किए.सवारी जेल चौराहा,नाका चौराहा, माणक चौक, सिद्धवट मंदिर, बृजपुरा से होते हुए रात को वापस काल भैरव मंदिर पहुंची.

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महाकाल के सेनापति

मान्यता है कि भगवान काल भैरव महाकाल बाबा के सेनापति हैं. महाकाल दर्शन से पहले उनके दर्शन कर अनुमति लेने का नियम है. खास बात यह भी है कि काल भैरव बाबा को भक्त मदिरा चढ़ाते हैं, जो उनकी प्रतिमा को सभी के सामने पिलाई जाती है और उसी मदिरा का प्रसाद बंटता है. यही वजह है कि साल में एक बार काल भैरव की सवारी धूमधाम से निकलती है. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं.

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