Ujjain : महाकाल मंदिर में हथियारबंद NSG कमांडो ने की मॉक ड्रिल, आतंकी घटना से निपटने की तैयारी

उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर (Shri Mahakaleshwar Mandir) में आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी कमांडो द्वारा महाकाल लोक (Mahakal Lok) में मॉक ड्रिल (Mock Drill) की गई.

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विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी कमांडो की मॉक ड्रिल
उज्जैन:

Madhya Pradesh News : उज्जैन (Ujjain) स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर (Shri Mahakaleshwar Mandir) में आतंकी हमला हो तो इससे कैसे निपटा जा सकता है? इसकी तैयरी जांचने के लिए एनएसजी कमांडो ने सोमवार, 25 सितंबर की देर रात महाकाल लोक (Mahakal Lok) में मॉक ड्रिल (Mock Drill) की. इस दौरान पूरे क्षेत्र की लाइट को बंद कर लोगों को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंधित कर दिया गया था. वहीं मॉक ड्रिल के लिए एनएसजी के हथियारबंद कमांडो (NSG Commando) सुबह हेलीकाप्टर से रस्से के जरिए पुलिस लाइन में उतरे थे. 

आपात स्थति से निपटने के लिए NSG ने बनाई योजना

महाकाल मंदिर को लेकर कई बार आतंकी हमले की धमकियां (Threat of Terrorist Attack) भी मिल चुकी हैं. वहीं महाकाल लोक बनने के बाद प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आ रहे हैं. ऐसे में भीड़-भाड़ वाली इस जगह पर कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए एनएसजी कामांडो ने आपात स्थति से निपटने की योजना बनाई है.

मॉक ड्रिल के दौरान हेलीकॉप्टर से रस्से के सहारे उतरते एनएसजी कमांडो.

सोमवार सुबह 9 बजे करीब 150 कमांडो भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे. ये सभी हेलीकॉप्टर से रस्से के सहारे पुलिस लाइन में उतरे. इस दौरान सेना के साथ प्रशिक्षित डॉग भी थे. दोपहर में बाबा महाकाल के दर्शन के बाद एनएसजी का दस्ता रात करीब 9 बजे विशेष वाहनों से महाकाल लोक पहुंचा. एनएसजी कमांडर के साथ गए पुलिस अधिकारियों ने महाकाल मंदिर को बंद कराकर क्षेत्र की लाइट गुल कर दी. साथ ही क्षेत्र के सभी मार्गों को भी रोक दिया गया. 

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एनएसजी की मॉक ड्रिल क्यों खास?

उज्जैन (Ujjain) में 11 अक्टूबर, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने महाकाल लोक (Mahakal Lok) का उद्घाटन किया था. जिसके बाद से  प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु महाकाल मंदिर के दर्शन करने और महाकाल लोक देखने आ रहे हैं. शनिवार से लेकर सोमवार तक यहां आने वालों की संख्या काफी बढ़ जाती है. बीते सावन महीने में करीब  ढाई करोड़ से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे. इसलिए महाकाल मंदिर में खतरे की संभावना को देखते हुए मॉक ड्रिल की गई.

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