जंगल की जमीन के लिए भिड़े दो समुदाय, जमकर चले तीर कमान, पुलिस भी जान छुड़ाकर भागी

Guna Violence: फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जे को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए. देखते ही देखते ये विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच खूब पथराव हुए और तीर कमान-गोफन चले. बता दें कि तीर लगने 55 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल घायल हो गए. वहीं समझौता कराने गए प्रशासन और पुलिस को भी अपनी जान बचाकर भागना पड़ा.

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Guna Violence: गुना के बमोरी क्षेत्र के छिकारी और चाकरी गांव की फॉरेस्ट भूमि को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद मंगलवार को खूनी झड़प में बदल गया. पंचायत के जरिए समाधान की कोशिश नाकाम होने के बाद दोनों ओर से सैकड़ों लोग आमने-सामने आ गए और जमकर पथराव हुआ. इसमें प्रशासन ओर पुलिस को भागना पड़ा. झगड़े में 55 वर्षीय गंगाराम भील की मौत हो गई, जबकि दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए.

फॉरेस्ट की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष

जानकारी के मुताबिक, चाकरी गांव में भील समाज और छिकारी गांव में भिलाला समाज के परिवार रहते हैं. इन दोनों समुदायों के बीच फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जे का विवाद काफी समय से चला आ रहा था. मंगलवार को गांव में इस विवाद को लेकर पंचायत बुलाई गई थी. इसमें फॉरेस्ट एसडीओ पुलिस थाना प्रभारी राजस्व के अधिकारियों की टीम पहुंची और सुलह कराने का प्रयास किया.

मक्के की आड़ में खेत में छूपे लोगों ने किया पथराव

दोनों पक्षों ने जमीन पर अपना-अपना दावा पेश किया. जिसके बाद दोनों पक्षों ने समझौते को लेकर सहमति दे दी और पंचनामा भी तैयार कर लिया गया. इसी दौरान कुछ लोग खेतों में मक्के की आड़ में छिपे हुए थे, जिन्होंने अचानक पथराव कर दिया. बता दें कि दोनों पक्षों से सैकड़ों लोग वहां जमा थे, ऐसे में पथराव होते ही दोनों पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए.

सुलह कराने पहुंचे पुलिस प्रशासन अपनी जान बचाकर भागे

वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन वो अपनी जान बचाकर वहां से भाग बचे. इधर, शाम करीब पांच बजे दोनों पक्षों के 300 से 400 लोग गांव के बाहर आमने-सामने आ गए. देखते ही देखते माहौल बिगड़ गया और अपने पारंपरिक हथियार गोपन और तीरों से एक दूसरे पर हमला बोल दिया. घटना में कई लोगों को गंभीर चोटें आईं.

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एक बुजुर्ग की मौत, कई घायल

इस दौरान चाकरी गांव के गंगाराम भील (55) के सीने में तीर लगा. उसे साथी लोग भीड़ से निकालकर अलग ले गए, लेकिन पानी पीते ही उसकी हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया.

पुलिस को गांव में जाने से ग्रामीणों ने रोका 

झगड़े की सूचना मिलते ही SDM, तहसीलदार, SDOP सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. हालांकि आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन की टीम को गांव में घुसने से रोक दिया. बता दें कि अभी तक पुलिस प्रशासन गांव के अंदर नहीं घुस पाए. वहीं मृतक गंगाराम का शव भी रात से अभी तक गांव में ही पड़ा है और अभी तक बाहर नहीं लाया जा सका. सूत्रों की माने तो गुना से फोर्स रवाना हो गया है.

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